Success Story Madhya Pradesh: कहते हैं अगर इंसान ठान ले तो कोई भी बाधा उसके रास्ते नहीं रोक सकती. इस कहावत को मध्य प्रदेश के सागर की प्रतिभा सिंह ने सच कर दिखाया है. दिल्ली में आयोजित 68वीं नेशनल पिस्टल शूटिंग चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रतिभा सिंह ने नेशनल टीम के लिए क्वालिफाई कर इतिहास रच दिया. वे शूटिंग में नेशनल स्तर तक पहुंचने वाली सागर जिले की पहली महिला बन गई हैं.
कम हाइट बनी आर्मी के सपने में बाधा
36 वर्ष की उम्र में यह बड़ी उपलब्धि हासिल करने वाली प्रतिभा सिंह दो बेटियों की मां हैं. उनके पति डॉ. अजय सिंह बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में पदस्थ हैं. प्रतिभा बताती हैं कि उन्हें शुरू से ही आर्मी में जाने का शौक था, लेकिन कम हाइट के कारण उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका. इसके बाद शादी हो गई, लेकिन पिस्टल शूटिंग के प्रति उनका जुनून कभी कम नहीं हुआ.

Success Story Pratibha Singh Sagar: सागर की प्रतिभा सिंह शूटिंग में नेशनल टीम तक पहुंचने वाली जिले की पहली महिला
शूटिंग शुरू की तो समाज के ताने भी झेले
प्रतिभा ने अपने पति से चर्चा के बाद लाइसेंसी पिस्टल खरीदी और शूटिंग की शुरुआत की. शादी के बाद जब उन्होंने शूटिंग एकेडमी ज्वाइन की तो समाज के कुछ लोगों की आलोचनाओं और तानों का सामना करना पड़ा. लोगों ने कहा-“तुम नहीं कर पाओगी”, “दो-दो बेटियां हैं, उन्हें संभालो”, लेकिन प्रतिभा ने इन बातों को नजरअंदाज कर अपने लक्ष्य पर फोकस बनाए रखा.
Pratibha Singh Sagar Madhya Pradesh: बुंदेलखंड की महिलाओं के लिए बनीं प्रेरणा
प्रतिभा की मेहनत और लगन को देखते हुए उनके पति डॉ. अजय सिंह ने उनका डिस्ट्रिक्ट शूटिंग एकेडमी में एडमिशन कराया. इसके बाद प्रतिभा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक कई खिताब अपने नाम किए. लगातार शानदार प्रदर्शन के दम पर उन्होंने नेशनल स्तर पर अपनी जगह बनाई. प्रतिभा सिंह की यह सफलता न सिर्फ सागर जिले बल्कि पूरे बुंदेलखंड की महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई है. उन्होंने साबित कर दिया कि उम्र, जिम्मेदारियां और सामाजिक दबाव, मजबूत इरादों के आगे टिक नहीं पाते.
ये भी पढ़ें- क्या MP के चर्चित IAS रवि कुमार सिहाग कर रहे हैं शादी, कौन है दुल्हन इशिता राठी?