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This Article is From Feb 09, 2024

कुपोषण का कलंक : सदन में सरकार ने पेश किया आंकड़ा, कहा-मध्य प्रदेश में 1.36 लाख बच्चे हैं कुपोषित

MP News: यह आंकड़े भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी (Congress Party) से पहली बार के विधायक आतिफ आरिफ अकील (MLA Atif Arif Akil) के सवाल पर महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया (Women and Child Development Minister Nirmala Bhuria) ने सदन में प्रश्नोत्तर के दौरान प्रदान की है.

कुपोषण का कलंक : सदन में सरकार ने पेश किया आंकड़ा, कहा-मध्य प्रदेश में 1.36 लाख बच्चे हैं कुपोषित

Data of malnourished children in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में 1.36 लाख से अधिक बच्चे कुपोषण (Moderate Acute Malnutrition) यानी कि MAM या अति कुपोषण (Severe Acute Malnourished) यानी कि SAM से जूझ रहे हैं. कुपोषित श्रेणी के सबसे अधिक बच्चे जनजातीय बाहुल्य जिलों में हैं. मुख्यमंत्री बाल आरोग्य संवर्धन कार्यक्रम (Mukhyamantri Bal Arogya Samvardhan Program) के तहत प्रदेश भर से दर्ज किए गए आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश में 29 हजार 830 बच्चे SAM श्रेणी में, जबकि 1 लाख 6 हजार 422 बच्चे MAM श्रेणी में रजिस्टर्ड हैं. ये जानकारी शुक्रवार को विधान सभा (Madhya Pradesh Vidhan Sabha) में राज्य सरकार द्वारा प्रस्तुत की गई है. सरकारी आंकड़ोे कहते हैं कि नवीनतम आंकड़ों के अनुसार 30 जनवरी, 2024 तक की स्थिति में कुल 1 लाख 36 हजार 252 बच्चे कुपोषित हैं. यह आंकड़े भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी (Congress Party) से पहली बार के विधायक आतिफ आरिफ अकील (MLA Atif Arif Akil) के सवाल पर महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया (Women and Child Development Minister Nirmala Bhuria) ने सदन में प्रश्नोत्तर के दौरान प्रदान की है.

इन-इन जिलों में इतने बच्चे हैं कुपोषित 

MP News: ये रही कुपोषण के आंकड़ों की लिस्ट

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कांग्रेस का विधायक का सवाल क्या था?

आतिफ आरिफ अकील ने अपने प्रश्न में पूछा था कि क्या महिला एवं बाल विकास मंत्री महोदया यह बताने की कृपा करेंगी कि (क) क्या यह सही है की मध्य प्रदेश शासन के अथक प्रयासों के पश्चात भी कुपोषण को प्रदेश समाप्त नहीं किया जा सका? (ख) यदि हाँ, तो प्रश्न दिनांक तक प्रदेश के किन- किन जिलों में कितने-कितने बच्चे अतिकुपोषित और कितने कुपोषित हैं? (ग) प्रश्नांश (ख) के परिप्रेक्ष्य में क्या कुपोषण की रोकथाम के लिए शासन द्वारा कौन-कौन सी योजनाएं तथा किस-किस योजना में शासन द्वारा कितनी-कितनी राशि व्यय की जा रही है? वर्षवार, योजनावार, वार्डवार बतावें। (घ) क्या विगत 2 वर्षों में शासन के रिकॉर्ड में दर्ज कुपोषित बच्चों की संख्या में कोई कमी आयी है? यदि नहीं तो क्यों? क्या ज़िम्मेदारों पर कोई कार्यवाही की जावेगी? यदि हाँ, तो कब तक? यदि नहीं तो क्यों?

मंत्री ने क्या जवाब दिया?

महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने जवाब में कहा कि : (क) बच्चों में कुपोषण बहुआयामी कारकों से प्रभावित होता है. शासन के अथक प्रयासों से कुपोषण के स्तर में लगातार कमी हुई है. (ख) जानकारी संलग्न परिशिष्ट पर है. (ग) प्रदेश में कुपोषण निवारण हेतु मुख्यमंत्री बाल आरोग्य संवर्द्धन कार्यक्रम (MMBASK) का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस हेतु राशि का आवंटन नहीं किया जाता है, शेष का प्रश्न नहीं। (घ) जी हां, शेष का प्रश्न नहीं.

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