
Dhar Rape Case: धार के जिला भोज अस्पताल (Jila Aspatal) से एक बेहद शर्मनाक और हैरान करने वाला मामला सामने आया है. अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती एक 22 वर्षीय महिला मरीज के साथ अस्पताल में कार्यरत एक निजी (आउटसोर्स) कर्मचारी ने दुष्कर्म किया है. घटना ने न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था को कठघरे में खड़ा कर दिया है, बल्कि अस्पताल प्रबंधन की जिम्मेदारी पर भी सवाल उठाए हैं.
यह मामला शनिवार रात का बताया जा रहा है. पीड़िता 12 जुलाई से जिला अस्पताल में संक्रमण के इलाज के लिए भर्ती थी. जब महिला शनिवार रात करीब 11 बजे अस्पताल के गलियारे में टहल रही थी, तभी एक नर्स ने उसे ओपीडी की पर्ची बनवाने भेजा.
पति के पास छोड़ने के बहाने ले गया
पर्ची काउंटर पर मौजूद आउटसोर्स कर्मचारी रोहित चौहान ने महिला से उसके पति के बारे में जानकारी ली और कहा कि वह उसे उसके पति के पास छोड़ देगा. महिला भरोसे में आकर आरोपी की बाइक पर बैठ गई.
आरोपी महिला को सीधे तुलसी नगर स्थित अपने घर ले गया, जहां पानी पीने का बहाना बनाकर उसे अंदर बुलाया और दरवाजा बंद कर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया.
पति को जान से मारने की दी धमकी
पीड़िता के अनुसार, इस दौरान आरोपी ने उसके पति को जान से मारने की धमकी भी दी. घटना के बाद आरोपी महिला को दोबारा अस्पताल लेकर आया और छोड़कर चला गया. महिला ने अस्पताल की कैंटीन पर मौजूद एक युवक के मोबाइल से अपने पति को कॉल कर जानकारी दी.
इसके तुरंत बाद कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई. महिला पुलिस की टीम भी पीड़िता के बयान दर्ज करने पहुंच गई और कुछ ही घंटों में आरोपी रोहित चौहान (24) को गिरफ्तार कर लिया, जो राजेंद्र मार्ग का रहने वाला है. पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया.
जिला अस्पताल ने क्या कहा
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. मुकुंद बर्मन ने इस मामले पर बयान जारी करते हुए कहा कि आरोपी कर्मचारी सुबह की ड्यूटी पर रहता है और घटना रात में हुई है. उन्होंने स्पष्ट किया कि दुष्कर्म की वारदात अस्पताल परिसर में नहीं, बल्कि अस्पताल से बाहर घटित हुई. उन्होंने यह भी बताया कि पीड़िता वार्ड से बाहर गई थी और काफी समय तक नहीं लौटी, जिस पर नर्सिंग स्टाफ ने "पेशेंट नॉट फाउंड" नोट भी दर्ज किया.
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