Lok Sabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister of Madhya Pradesh) डॉ मोहन यादव (Dr Mohan Yadav) ने कहा है कि कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) में राजनीतिक अनुभव की कमी है और वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के सामने माचिस की तीली के बराबर भी नहीं हैं. सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने ‘पीटीआई-भाषा' को दिए एक साक्षात्कार में राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद (Lalu Prasad Yadav) के इस दावे के लिए उनकी आलोचना की कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के बाद मोदी सरकार (Modi Sarkar) सत्ता से बाहर हो जाएगी. उन्होंने कहा कि इससे बड़ा मजाक और कोई नहीं हो सकता. यादव ने यह भी कहा कि वायनाड के सांसद गांधी प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अमेठी (Amethi Lok Sabha Seat) से चुनाव लड़ने का साहस उनमें नहीं है.
सीएम ने कांग्रेस को कैसे घेरा?
यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल गांधी को अपनी दादी इंदिरा गांधी की तरह शासन का कुछ अनुभव प्राप्त करना चाहिए था, यादव ने कहा, 'उनके पास न तो मंत्री पद का अनुभव है, न ही पार्टी अध्यक्ष का (पद संभालने से पहले) और न ही राजनीति का. जिस तरह से वे बात करते हैं...विपक्ष का भी कुछ स्तर होना चाहिए, खासकर किसी शख्सियत (मोदी का जिक्र करते हुए) के सामने. वह (गांधी) सूरज के सामने दीपक भी नहीं हैं.'
भाजपा नेता ने जाहिर तौर पर 2014 और 2019 के चुनावों में कांग्रेस की हार का जिक्र करते हुए कहा कि राहुल गांधी दो बार गलत साबित हुए हैं. उन्होंने कहा, 'इसके विपरीत मोदी ने 2014 से पहले कहा था कि वह पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे क्योंकि जनता उन्हें आशीर्वाद दे रही है और ऐसा ही हुआ.' उन्होंने कहा कि यह पहली बार था जब 60 साल में देश में गैर-कांग्रेसी बहुमत वाली सरकार सत्ता में आई.
उन्होंने कहा, 'लोग उन्हें (विपक्ष) देख रहे हैं. अब तो पाकिस्तान के नेता भी उनका समर्थन कर रहे हैं. मैंने और मोदी जी ने कई साक्षात्कारों में एक बार भी पाकिस्तान का नाम नहीं लिया, लेकिन उनकी (विपक्ष की) गंभीरता देखिए.' उन्होंने कहा कि देश के लोग '21वीं सदी का भारत' बनाना चाहते हैं. वे देश को आगे ले जाना चाहते हैं क्योंकि विपक्ष के लिए ऐसा करना संभव नहीं है.
राहुल और लालू पर निशाना
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए यादव ने कहा, ''मोदी के खिलाफ जिस तरह की निम्नस्तरीय भाषा का वह इस्तेमाल कर रहे हैं, देश की जनता उन्हें छह चरणों में करारा जवाब दे चुकी है और एक जून को अंतिम चरण में भी इसका असर दिखेगा.''
यादव ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के लिए 'मौत का सौदागर' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया, लेकिन लोगों ने उनकी सरकार को हरा दिया और उनकी सीटें घटकर 115 रह गईं. वर्ष 2019 में उन्होंने और भी गंदी भाषा का इस्तेमाल किया और उनकी सीटें 115 से घटकर '52 सीटों वाली बस' हो गईं. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राहुल गांधी 2024 में अमेठी (लोकसभा चुनाव) से 'भाग गए'.
यादव ने पूछा, 'तो आप अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं को क्या संदेश दे रहे हैं?' उन्होंने कहा कि रायबरेली में कांग्रेस ने जीत दर्ज की, गांधी अब वायनाड से 'भाग गए हैं' और वापस आ रहे हैं (अमेठी की बजाय रायबरेली से चुनाव लड़ने के लिए). उन्होंने कहा, 'न तो आप अमेठी से चुनाव लड़ रहे हैं, न ही आप अपनी बहन (प्रियंका गांधी वाद्रा) को वहां से चुनाव लड़ा पा रहे हैं. इसके बजाय, आप रायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं, जिसका मतलब है वे अंदर से बहुत डरे हुए हैं और वे कुछ नहीं कह रहे हैं लेकिन यह उनका डर है जो (उनके भाषणों में) सामने आ रहा है.'
यह पूछे जाने पर कि क्या वे राहुल गांधी को परिपक्व नेता मानते हैं, यादव ने कहा, 'सिर्फ मैं ही नहीं, बल्कि पूरा देश उन्हें (परिपक्व) नहीं मानता.'' राहुल गांधी के इस दावे पर कि वे गरीबी को 'खटाखट-खटाखट' मिटा देंगे, यादव ने कहा, 'यह कोई फिल्मी डायलॉग नहीं है. यह काम नहीं करेगा और किसी को भी थोड़ी बुद्धि का इस्तेमाल करते हुए पूरी समझ के साथ बात करनी चाहिए.''
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है क्योंकि उसके नेतृत्व में इन सभी मुद्दों की समझ का अभाव है. मुख्यमंत्री ने कहा, 'वह (राहुल) महात्मा गांधी के सपने को पूरा कर रहे हैं जिन्होंने 1947 में आजादी के बाद कांग्रेस को भंग करने की वकालत की थी, जिसे नेहरू ने नहीं सुना. लेकिन वह (राहुल) इस पर ध्यान दे रहे हैं और कांग्रेस को खत्म कर रहे हैं.''
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