Jabalpur News in Hindi: जबलपुर के गोरखपुर थाने (Gorakhpur Police Stattion) में पुलिस का एक नया चेहरा देखने को मिल रहा है. यहां पर पुलिस विभाग (MP Police) के कर्मचारियों की ओर से एक नेकी का कमरा बनाया है. थाने में आने वाले लोगों को उनके मामलों के निराकरण के बाद यहां से उनको मन चाहा गिफ्ट दिया जाता है. यहां पर रोजमर्रा की जरूरत की ऐसी चीजें रखी गई है. इनमें वे वस्तुएं कास तौर से शामिल की गई है, जो की गरीब वर्ग के परिवारों को रोज जरूरत पड़ती है. यहां पर बच्चों से लेकर, बड़े और बुजुर्गों तक के लिए उनकी जरूरत का लगभग हर एक समान रखा गया है.
वर्दी ही नहीं, हमदर्दी
गोरखपुर थाना प्रभारी एमडी नागोतिया ने बताया कि यह पहल पुलिस अधीक्षक जबलपुर के निर्देश से जनता में पुलिस के प्रति डर को खत्म करने के लिए चलाई गई है . दरअसल, पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह का कहना है कि थानों में आने के बाद व्यक्ति को डर नहीं होना चाहिए, बल्कि पुलिस की एक अच्छी मानवतावादी छवि उनके साथ जाए, इसी के मद्देनजर ये कदम उठाया गया है.
नेकी के कमरे में है ये सामान
'नेकी का कमरा' नाम से बनाए गए जन सहायता केंद्र में कॉपी और पुस्तक से लेकर चॉकलेट तक है. वहीं, लोगों को ठंड से बचाने के लिए कंबल से लेकर चप्पल तक हर चीज गिफ्ट के तौर पर यहां आने वाले प्रार्थियों और उन के बच्चों को दी जा रही है. खास बात ये है कि यह सामान थाने में काम करने वाले पुलिस कर्मियों और अधिकारियों द्वारा ही एकत्रित किया जाता है. दरअसल, इस थाने पर पदस्थ कर्मियों व अफसरों के परिवार में जब भी कोई शुभ कार्य संपन्न होता है, तो वे बाहर पार्टी न करके इस नेकी का कमरा के लिए समान लाते हैं. इस पहल के माध्यम से लोगों का पुलिस के प्रति नजरिया भी अच्छा होता जा रहा है.
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पुलिस के प्रति लोगों का बदल रहा है व्यवहार
इस पहल के कारण लोगों के अंदर पुलिस के प्रति जो डर था, वह खत्म होता जा रहा है. यहां से मिलने वाले गिफ्ट के साथ ही लोग यहां से यह भी संदेश लेकर जाते हैं कि पुलिस के प्रति डर सिर्फ अपराधियों में होना चाहिए, आम जनता में नहीं. खास करके यहां पर जो गरीब तबके के लोग आते हैं, उनका पुलिस के प्रति पूरा नजरिया ही बदल गया है, क्योंकि वे यहां अपनी समस्या लेकर आते हैं, पर वह अपनी समस्याओं के निदान के साथ कुछ न कुछ उपहार लेकर ही वापस लौटते है. इस पहल के कारण लोग निर्भय होकर पुलिस के पास आ रहे हैं और अपनी समस्या बता रहे हैं. इस पहल को अच्छी तरह से चलाने वाले थाना प्रभारी एमडी नागोतिय इससे पहले भेड़ाघाट थाने में थे. वे वहां पर भी एक गांव को नशा मुक्त कर दिया था.
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