Road Accident in Shahdol: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शहडोल (Shahdol) में एक वाहन मालिक ने बीमा क्लेम लेने के लिए फेक एक्सीडेंट क्रिएट (Fake Road Accident) किया. हालांकि, पुलिस ने इस मामले का पर्दाफाश करते हुए कई बड़े खुलासे किए. पुलिस ने बताया कि वाहन मालिक के हाइवा के नीचे आने से एक व्यक्ति के मौत हो गई थी, जिसके बाद वाहन मालिक ने फर्जी एक्सीडेंट क्रिएट कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की. फिलहाल पुलिस (Shahdol Police) ने वाहन मालिक और ड्राइवर पर मामला दर्ज कर लिया है.
क्या है पूरा मामला?
20 जून को शहडोल पुलिस को सूचना मिली कि जिले के बुढ़ार थाना अंतर्गत विक्रमपुर के पास रोड में एक डग्गी के नीचे एक व्यक्ति के आने से उसकी मौत हो गई है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की. जांच के बाद जो सामने आया इससे पुलिस भी हैरान रह गई. दरअसल, 20 जून को लुकामपुर के पास रेत के ढेर के पास बैठे नरेश बैगा और मोहम्मद फरियाद नाम के दो व्यक्तियों के ऊपर हाइवा वाहन चढ़ गया था. इस हादसे में नरेश बैगा की मौत हो गई, जबकि मोहम्मद फरियाद घायल हो गया.
दुर्घटना की सूचना मिलते ही हाइवा मालिक विनोद सोनी ने घायल फरियाद को 30 हजार रुपये देकर प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती करा दिया और इस घटना की जानकारी किसी को नहीं बताने को कहा. दरअसल, जिस हाइवा वाहन से यह हादसा हुआ, उसका बीमा नहीं था और हाइवा के चालक भोलू बैगा के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था. इसके चलते वाहन मालिक विनोद सोनी ने षड्यंत्र रचकर वाहन, वाहन का ड्राइवर और घटना स्थल को ही बदल दिया, जिससे उसे बीमा क्लेम मिल जाए.
वाहन मालिक ने ऐसे किया षड्यंत्र
विनोद सोनी ने इसके लिए अपनी एक 407 वाहन और एक दूसरे ड्राइवर कुशवाहा को लेकर दूसरी जगह इस घटना को क्रिएट किया. इसके लिए वाहन मालिक घटना स्थल से कई किलोमीटर दूर विक्रमपुर रोड में 407 वाहन और दूसरे ड्राइवर को लेकर पहुंचा. जहां उसने मृतक नरेश बैगा के शव को डग्गी के नीचे रखकर दुर्घटना की शक्ल दे दी और पुलिस को सूचना दी कि 407 वाहन से एक्सीडेंट होने पर नरेश बैगा की मौत हो गई. जब पुलिस और FSL की टीम मौके पर पहुंची तो उन्हें कुछ संदेह हुआ, क्योंकि मौके पर कोई दुर्घटना के निशान नहीं दिख रहे थे. शंका होने पर FSL और पुलिस ने बारीकी से पूरे मामले की जांच की. वहीं दूसरी ओर मृतक के परिजन भी पूरे मामले में संदेह जता रहे थे. जिसके बाद जांच में सनसनीखेज खुलासा हुआ.
खुलासे में ये बात आई सामने
इस सनसनीखेज खुलासे में ये बात सामने आई कि हाइवा के वाहन मालिक विनोद सोनी ने हाइवा का बीमा न होने और ड्राइवर का लाइसेंस न होने के चलते क्लेम के लिए दुर्घटना स्थल, वाहन और ड्राइवर तीनों को बदल दिया. और बदले गए वाहन 407 वाहन के नीचे मृतक का शव रखकर पुलिस को भी गुमराह किया. इस पूरे घटना में घायल फरियाद की भी भूमिका संदेह में थी. अब पुलिस ने वाहन मालिक विनोद सोनी, वाहन चालक भोलू बैगा सहित 2 अन्य लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है. इसके साथ ही चारों आरोपियों की तलाश की जा रही है.
पुलिस ने बताया कि बीमा क्लेम के लिए वाहन मालिक ने दुर्घटना स्थल, हाइवा वाहन और हाइवा चलाने वाले ड्राइवर तीनों को बदल कर षड्यंत्र किया था. पुलिस ने हाइवा और 407 वाहन को भी जब्त कर लिया है. वहीं इस पूरे मामले में मृतक के परिजनों का आरोप है कि इस घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए. ये दुर्घटना नहीं हत्या है.
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