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This Article is From Mar 02, 2024

विक्रमोत्सव 2024: कन्हैया के सुरों से झूम उठे मोहन, कहा- दुनिया राम-कृष्ण के नाम से भारत को जानती है

मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य का संसार में आना-जाना लगा रहता है, किन्तु संस्कृति सदैव विद्यमान रहती है. भगवान ने अनेक लीलाएं कर कष्ट उठाएं और लड़ना सिखाया. दुनिया राम कृष्ण के नाम से भारत को जानती है.

विक्रमोत्सव 2024: कन्हैया के सुरों से झूम उठे मोहन, कहा- दुनिया राम-कृष्ण के नाम से भारत को जानती है

VikramotsavUjjain: भगवान महाकाल (Mahakal) की नगरी में इन दिनों (Ujjain) में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (Regional Industry Conclave), विक्रमोत्सव (Vikramotsav) और विक्रम व्यापार मेले (Vikram Trade Fair) जैसे बड़े कार्यक्रम चल रहे हैं. शुक्रवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister of Madhya Pradesh) डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने इन सभी आयोजनों का शुभारंभ किया. कार्यक्रमों की श्रृंखला में सीएम मोहन यादव उज्जैन में आयोजित विक्रमोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप शाम को पहुंचे थे, जहां उन्होंने सुप्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल (Kanahiya Mittal) की शानदार प्रस्तुति का आनंद उठाया.

पहले देखिए कन्हैया मित्तल की प्रस्तुति...

हमारे देश ने बल-बुद्धि, शौर्य, पराक्रम से आक्रांताओं को पराजित किया : CM मोहन यादव

भजन सुनने के बाद सीएम मोहन यादव ने कहा कि कन्हैया मित्तल जी ने 'विक्रमोत्सव' के पहले दिन सुरों की जो रस गंगा बहायी है, उसके लिए मध्यप्रदेश शासन की ओर से आपका वंदन और अभिनंदन है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बाबा महाकाल (Baba Mahakal) और सम्राट विक्रमादित्‍य (Vikramaditya) की नगरी, मोक्षदायिनी उज्जयिनी (Mokshadayini Ujjaini) कई जन्‍मों के पुण्‍य के बाद यहां आने का मौका देती है. हमारे देश में संस्कृति की ध्वजा अनंतकाल से लहराती आयी है. हमारे देश ने बल-बुद्धि, शौर्य, पराक्रम से आक्रांताओं को पराजित किया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य का संसार में आना-जाना लगा रहता है, किन्तु संस्कृति सदैव विद्यमान रहती है. भगवान ने अनेक लीलाएं कर कष्ट उठाएं और लड़ना सिखाया. दुनिया राम कृष्ण के नाम से भारत को जानती है. संस्कृति पर बाढ़ के पानी के समान आक्रांता आए और आक्रमण किया, किन्तु पानी के थपेड़ों की तरह आंक्रांता भी वापस पराजित हुए. हमारे मंदिर मुगलों की सत्ता के दौरान निर्मित हुए हैं. माता अहिल्या ने मंदिरों का पुर्नउद्धार कराया, वही नदियों पर अहिल्या घाट भी बनवाए हैं.

इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल द्वारा मधुर भजन प्रस्तुत किये गए. उसके बाद मुख्यमंत्री ने भजन गायक कन्हैया मित्तल को बधाई देते हुए कहा कि उनके भजनों ने शरीर में जोश और ऊर्जा का संचार होता है. आपने क्षिप्रा के किनारे आकर भजन सुनाएं, इसके लिए आपको बधाई. सीएम मोहन यादव ने भजन गायक का पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया. वहीं दिल्ली के संतोष नायक और उनकी टीम ने ओम नम: शिवाय, शास्त्री नृत्य, मुंबई के केजी हुपर ग्रुप ने हनुमान चालीसा एवं शिव महादेव स्तुति सहित स्थानीय कलाकारों ने डमरू वादन प्रस्तुत किया.

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