
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले से एक सनसनीखेज वारदात का खुलासा हुआ है. डेढ़ साल से लापता युवती की गुमशुदगी रिपोर्ट आखिरकार हत्या के मामले में बदल गई. पुलिस ने युवती की हत्या और शव दफनाने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है. नारायणपुर पुलिस अधीक्षक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी घटना का खुलासा किया.
पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया ने बताया कि बेनूर थाना क्षेत्र के उड़ीदगांव में 20 नवंबर 2024 को मस्सी बाई सलाम ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी 27 वर्षीय बेटी 12 फरवरी 2024 को विवाह समारोह में शामिल होने गई थी और फिर वापस नहीं लौटी. जांच के दौरान पुलिस को संदेह हुआ कि युवती की गुमशुदगी के पीछे उसी गांव के नरशु वड्डे नामक युवक शामिल है.
तेलंगाना से गिरफ्तार हुआ आरोपी
आरोपी को साइबर सेल की मदद से सिद्दीपेट (तेलंगाना) से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में आरोपी ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया कि गांव में शादी वाले दिन शराब के नशे में उसने युवती से संबंध बनाने का दबाव बनाया था, लेकिन मना करने पर गला दबाकर हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपी ने पहले शव को पास के पैराबट में छिपाया, फिर मौका मिलते ही अपने एक अन्य साथी धनीराम वड्डे के साथ मिलकर शव को गांव के पास नाले में गड्ढा खोदकर दफना दिया.
खुदाई कराकर निकाला कंकार
आरोपियों की निशानदेही पर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, वैज्ञानिक अधिकारी और मेडिकल टीम की मौजूदगी में शव का उत्खनन कराया गया. यहां से मानव कंकाल, लाल रंग की साड़ी, ब्लाउज, स्वेटर, चूड़ी और धागा बरामद हुए, जिन्हें परिजनों ने पहचान लिया
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम नरशु वड्डे और धनीराम वड्डे हैं. दोनों 21 वर्षीय युवक उड़ीदगांव केरापदरपारा, थाना बेनूर के निवासी हैं. दोनों को 24 अगस्त को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया. कार्यवाही की तह तक जाने और आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना बेनूर के प्रभारी दिनेश चंद्रा और उनकी टीम की अहम भूमिका रही है.
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