MP News: मध्यप्रदेश के उज्जैन में छह दिन पहले नशा मुक्ति केंद्र में युवक की संदिग्ध मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पिटाई के कारण लीवर फटने से मौत की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि नशा मुक्ति केंद्र का संचालक सहित दो आरोपी फरार हैं.
जानकारी के अनुसार मक्सी रोड शंकरपुर निवासी हरीश निर्मल को नशे की लत के चलते परिजनों ने मंगलनाथ मार्ग स्थित नव मानस नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया था. 12 दिसंबर 2025 की रात केंद्र संचालकों ने उसे गंभीर हालत में चरक अस्पताल में भर्ती कराया और परिजनों को सूचना दी. परिजन अस्पताल पहुंचे, उससे पहले ही हरीश की मौत हो चुकी थी.
शव घर लाने पर शरीर पर चोटों के निशान देख परिजनों ने नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारियों पर हत्या का आरोप लगाया. पोस्टमार्टम में गंभीर अंदरूनी चोटें सामने आने के बाद पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू की.
पीएम रिपोर्ट से खुलासा
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हरीश की मौत निर्मम पिटाई और लीवर फटने से होना सामने आया. इसके बाद जीवाजीगंज थाना सीएसपी पुष्पा प्रजापति ने विधि विशेषज्ञों से चर्चा कर नशा मुक्ति केंद्र के संचालक समेत छह लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कराया.
एएसपी आलोक शर्मा के अनुसार शुक्रवार को पुलिस ने केंद्र के गार्ड कमलेश राव, चंद्रशेखर फड़के, तथा वहां भर्ती अन्य मरीज कपिल वर्मा और शुभम चौहान को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि केंद्र संचालक वैष्णव और एक अन्य आरोपी फरार हैं.
कैसे हुई पिटाई?
आरोप है कि इलाज के नाम पर एक डॉक्टर से दवा लिखवाने के बाद संचालक वैष्णव के निर्देश पर कर्मचारियों, दो गार्ड और दो मरीजों ने हरीश को पकड़ लिया. दो लोगों ने उसके हाथ-पैर कसकर पकड़े, एक व्यक्ति घुटने के बल उसके पेट और छाती पर बैठ गया, जबकि एक अन्य बीच-बीच में डंडों से पिटाई करता रहा. इसी दौरान हरीश का लीवर फट गया और उसकी मौत हो गई.
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