
BJP spokesperson Narendra Saluja Death: बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा (Narendra Saluja) का निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि निधन हार्ट अटैक से हुआ है. वह दो दिन से एक शादी में थे, बुधवार सुबह वहां उनकी तबीयत खराब हुई. तब उन्होंने एसिडिटी की गोली बुलवाई और खा ली. इसके बाद फिर वह इंदौर के लिए रवाना हो गए थे. दोपहर तीन बजे के आसपास वह इंदौर आए. यहां भी सभी ने कहा कि अस्पताल में दिखवा लो, लेकिन वह घर चले गए. इसके बाद वह घर पहुंचे ही थे कि थोड़ी देर में चक्कर आया और बेहोश हो गए. आनन-फानन में परिजन उन्हें पास में खंडवा रोड स्थित गौरव अस्पताल में लेकर गए, लेकिन डॉक्टर ने वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया.
भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश के प्रदेश प्रवक्ता श्री नरेंद्र सलूजा के असामयिक निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) April 30, 2025
ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे और परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे। उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं है।
ओम शांति। pic.twitter.com/zDG4gs6PG8
कांग्रेस और बीजेपी में बनाई थी पहचान
कांग्रेस मीडिया समन्वयक की जिम्मेदारी संभालने वाले नरेंद्र सलूजा ही बीजेपी के बड़े नेताओं को ट्विटर के माध्यम से प्रतिदिन जवाब देते थे. सलूजा काफी सौम्य व्यक्ति के रूप में पहचान रखते थे. कमलनाथ सरकार के समय वह पूर्व सीएम के काफी करीबी थे, लेकिन फिर दूरियां बढ़ने के बाद वह बीजेपी में चले गए और तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान के करीबी भी रहे. बीजेपी नेताओं से उनके अच्छे संबंध थे.
किसने क्या लिखा?
पूर्व सीएम कमलनाथ ने लिखा है कि भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश के प्रदेश प्रवक्ता श्री नरेंद्र सलूजा के असामयिक निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे और परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे. उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं है. ओम शांति.
बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल लिखते हैं कि "भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता भाई श्री नरेंद्र सलूजा के असमय देवलोकगमन का समाचार अत्यंत दुःखद है. इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएँ शोक-संतृप्त परिवार के साथ हैं. ईश्वर दिवंगत आत्मा को चिरशांति और परिजनों को यह अपार दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें. ॐ शांति."
कांग्रेस छोड़ते वक्त ये कहा था
कांग्रेस पार्टी का हाथ छोड़ने के दौरन उन्होंने कहा था कि "मैं ऐसे नेता के साथ नहीं रह सकता जिसके ऊपर मेरे धर्म के लोगों की हत्या का आरोप हो. जिस प्रकार पुलिस के पूर्व ऑफिसर की एक किताब सामने आई, जिसमें उन्होंने स्वीकारा कि उस समय कमलनाथ जी वहां मौजूद थे, तो मैं ऐसे व्यक्ति के साथ कभी राजनीति नहीं करूंगा. मैं ऐसी राजनीति और ऐसी पार्टी और ऐसे नेता का ठोकर मारकर भाजपा की सदस्य ग्रहण कर भाजपा में प्रवेश कर रहा हूं. और आदरणीय शिवराज सिंह चौहान जी को विश्वास दिलाता हूं कि मैं पूरी निष्ठा और ईमानदारी से पार्टी हित में काम करूंगा."
यह भी पढ़ें : MP Transfer Policy 2025: तबदला नीति पर मोहन सरकार की मंजूरी, जानिए कैसे होंगे सरकारी कर्मचारियों के ट्रांसफर
यह भी पढ़ें : Indore Nagar Nigam: कार्बन उत्सर्जन में कटौती! अब देश के सबसे स्वच्छ शहर में घर-घर जाएंगे 100 कचरा वाहन
यह भी पढ़ें : Sai Cabinet: 2621 बीएड शिक्षकों को खुशखबरी! साय सरकार ने लिया ऐतिहासिक फैसला, जानिए कैबिनेट में क्या हुआ?
यह भी पढ़ें : Gwalior: अजब MP की गजब पुलिस! CCTV में चोर कैद हैं फिर भी FIR नहीं लिखी जा रही, जानिए क्या है मामला