Raja Raghuvanshi Murder Case Takes New Turn: इंदौर के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है. इस मामले में आरोपी सोनम रघुवंशी ने तीसरी बार जमानत याचिका दाखिल की थी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया है. वहीं, शिलांग पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट पेश करते हुए सोनम रघुवंशी को मुख्य आरोपी करार दिया है. चार्जशीट दाखिल होने के बाद मामले ने नया मोड़ ले लिया है.
सोनम के दावे और चार्जशीट को लेकर NDTV ने राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी से बातचीत की. इस विपिन ने सोनम की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि सोनम ने हनीमून पर जाने से पहले ही अपना सारा सामान राज कुशवाहा को सौंप दिया था. राजा की हत्या के बाद वह सीधे राज के पास गई. विपिन ने कहा कि अब तक उन्हें चार्जशीट की कॉपी नहीं दिखाई गई है, लेकिन जो तथ्य सामने आए हैं, वे सोनम की कहानी पर भरोसा नहीं करने देते.
सोनम ने हमेशा खुशी का नकाब ओढ़ रखा था
विपिन ने कहा कि सोनम ने अपनी जमानत याचिका में दावा किया था कि वह राजा के साथ खुश थी, उसे इस मामले में फंसाया जा रहा है. इस पर विपिन रघुवंशी ने कहा कि सोनम ने हमेशा खुशी का नकाब ओढ़ रखा था. शादी के हर फंक्शन को उसने एंजॉय किया और शादी के तुरंत बाद उसी जगह की टिकट बुक कराई, जहां राजा जाना नहीं चाहता था. विपिन का आरोप है कि यह सब पहले से सोची-समझी साजिश का हिस्सा था.
शिलांग से इंदौर तक मदद क्यों नहीं मांगी?
विपिन रघुवंशी ने कहा कि अगर, सोनम निर्दोष थी तो राजा की हत्या के बाद वह इंदौर लौटकर राज कुशवाहा के घर क्यों रुकी. वह सीधे अपने ससुराल क्यों नहीं आई. विपिन ने यह भी कहा कि सोनम यह दावा करती है कि उसे बंधक बनाया गया था, लेकिन शिलांग से इंदौर तक के सफर में उसने किसी से मदद क्यों नहीं मांगी?
राजा के साथ छिपकर क्यों रही?
जमानत याचिका में सोनम ने राज कुशवाहा को अपना भाई बताया. इसे लेकर भी सवाल उठे. इस पर विपिन रघुवंशी ने कहा कि अगर, वह उसे भाई मानती थी तो हत्या के बाद उसके साथ छिपकर क्यों रही. उसने सबसे पहले परिवार को सूचना क्यों नहीं दी.
राजा के पिता बोले- सोनम को फांसी हो
राजा रघुवंशी के पिता अशोक रघुवंशी ने भी एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि उनकी एक ही मांग है. सोनम रघुवंशी को उम्र कैद या फांसी की सजा दी जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि सोनम और राज कुशवाहा का पिछले तीन वर्षों से अफेयर चल रहा था. यदि वह राज को भाई मानती थी, तो उसके साथ भागकर छिपने की जरूरत क्यों पड़ी. फिलहाल राजा रघुवंशी का परिवार न्याय की आस लगाए बैठा है. शिलांग पुलिस की चार्जशीट और अदालत की अगली सुनवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं.