Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में टिकट बंटवारे के बाद राजनीतिक पार्टियों को अपने ही नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ा रहा है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कटनी जिले की बड़वारा विधानसभा सीट पर भी ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है. यहां से पूर्व मंत्री मोती कश्यप (Moti Kashyap) ने बीजेपी के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है. उनके इस सीट से निर्दलीय नामांकन करने की उम्मीद की जा रही है.
2013 में थे विधायक
2018 में कटनी के बड़वारा क्षेत्र से चुनाव हारने वाले मोती कश्यप इस बार फिर 2023 के चुनाव में टिकट की उम्मीद में थे लेकिन बीजेपी ने उनकी जगह धीरेंद्र सिंह को अपना प्रत्याशी बना दिया. इससे नाराज मोती कश्यप ने बगावत कर दी. मोती कश्यप मध्य प्रदेश में मांझी समाज के वरिष्ठ नेता है और मांझी समाज के वोटों की मदद से ही वह 2013 के चुनाव में विजय हुए थे. वह शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में मत्स्य पालन विभाग के मंत्री बनाए गए थे.
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निर्दलीय लड़ सकते हैं चुनाव
मोती कश्यप ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र जमा करेंगे. उनका यह कदम भारतीय जनता पार्टी की चिंता बढ़ा सकता है क्योंकि कटनी के बड़वारा में मांझी समाज के लगभग 35,000 वोट हैं. ये वोट किसी भी चुनाव में हार-जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
मोती कश्यप की टिकट कट जाने के बाद से मांझी समाज भी नाराज बताया जा रहा है. इससे पहले मोती कश्यप के बेटे भी भारतीय जनता पार्टी से अपना नाता तोड़ चुके हैं. भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता अभी भी मोती कश्यप को मनाने में लगे हुए हैं लेकिन ऐसा लगता है कि इस बार मोती कश्यप मानने वाले नहीं हैं.