
Madhya Padesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के अशोकनगर (Ashok Nagar) ज़िले में बिजली कटौती से परेशान किसानों का गुस्सा देखने को मिला. ज़िले में बिजली कंपनी भले ही किसानों को पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराने के दावे करती हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही नज़र आ रही है. अशोकनगर के ग्रामीण इलाकों में बिजली व्यवस्था के हालात भगवान भरोसे ही नजर आ रही हैं. घटना मुंगावली ज़िले की है. यहां के किसान लंबे अरसे से बिजली सकंट के समाधान का इंतज़ार करते नजर आ रहे हैं. इस कड़ी में बुधवार को किसानों ने ज़िले में अपना विरोध जताया और जमकर नारेबाजी की.
अधिकारियों की मनमानी से किसान परेशान
शुक्रवार को लगभग आधा दर्जन गांवों के किसानों ने मिलकर बिजली कंपनी के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया. किसानों ने मुंगावली ब्लॉक मुख्यालय में बिजली कंपनी के बाहर जमकर नारेबाजी की. घटना के बाद बिजली कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाने-बुझाने की कोशिश की. अधिकारीयों ने किसानों को आगे से पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराने का भरोसा दिया. इसके बाद जाकर किसानों ने गेट का ताला खोला. ग्रामीणों का कहना है कि बिजली कम्पनी के अधिकारी किसानों को दस घंटे बिजली देने की बातें करते हैं लेकिन उन्हें सिर्फ चार से पांच घंटे ही बिजली मिल रही है जिससे न केवल परेशानी का सामना करना पड़ रहा है बल्कि पलेवा भी नहीं हो पा रहा है. इस वजह से उनकी खेती लेट हो रही है.
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मिली जानकारी के मुताबिक, बिजली कंपनी के जिम्मेदार अधिकारियों की मनमर्जी साफ तौर पर देखने को मिल रही है. जहां न केवल मनमर्जी पूर्वक बिजली कटौती की जाती है बल्कि कुछ किसानों का बकाया होने के चलते पूरे ट्रांसफार्मर की बिजली ही काट दी जा रही है जिसके चलते किसान परेशान होते फिर रहे हैं लेकिन कोई उनकी परेशानी सुनने को तैयार नहीं है.
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