Lok Sabha Elections 2024:अभी 18वीं लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है लेकिन मध्यप्रदेश में BJP मिशन-29 में जुट गई है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah, Prime Minister Modi) के दौरे के बाद प्रदेश पार्टी में ताबड़तोड़ बैठकों का दौर जारी है.ऐसी खबरें हैं कि मंगलवार को ही शुरूआती रूप में नामों का पैनल तैयार हो सकता है, हालांकि इस पर अंतिम मुहर दिल्ली में ही लगेगी. इससे पहले सोमवार को ज़मीनी स्तर पर मध्यप्रदेश बीजेपी (Madhya Pradesh BJP)में लोकसभा चुनावों के लिये रायशुमारी हुई. जिसमें मंत्री और प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों ने अपने-अपने इलाके की लोकसभा सीटों पर राय रखी. पार्टी इस कदर मैराथन मूड में है कि मंगलवार शाम को 4 बजे पार्टी कोर ग्रुप की बैठक हुई और शाम छह बजे चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक. ऐसा माना जा रहा है कि 29 फरवरी को दिल्ली में बैठक के बाद कभी भी बीजेपी की पहली सूची का ऐलान हो सकता है. चर्चा है कि इस बार बीजेपी कई मौजूदा सांसदों का टिकट काट सकती है और नए चेहरों को मौका दे सकती है, हालांकि 6 सीटों पर नाम लगभग पक्के हैं, 23 सीटों के लिये चर्चा जारी है.
छिंदवाड़ा को छीनने की खास तैयारी
पार्टी सूत्रों की मानें तो मुरैना,दमोह,सीधी,होशंगाबाद और जबलपुर की सीटों पर जहां के सांसद विधायक बन चुके हैं वहां से नेताओं के नामों का पैनल दिल्ली भेजा जा चुका है. सोमवार को हुई बैठक में कांग्रेस के इकलौते बचे गढ़ छिंदवाड़ा को लेकर खास रायशुमारी हुई है. इसी के मद्देनजर पिछले दिनों छिंदवाड़ा के कई नेता बीजेपी में शामिल हुए हैं. बीजेपी नेताओं का दावा है कि छिंदवाड़ा में छोटे से छोटे स्तर पर कांग्रेस के नेटवर्क को खत्म करने पर काम हो रहा है.
अमित शाह के दौरों के मायने
गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के बाद मध्यप्रदेश बीजेपी में लोकसभा चुनावों में काम को लेकर और कसावट आई है. हालांकि इस पर आगे बढ़ने से पहले जान लेते हैं कि अभी हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में पूरे राज्य में बीजेपी और कांग्रेस की क्या स्थिति रही है.
दरअसल अमित शाह ने मध्यप्रदेश में ग्वालियर से एंट्री की सियासी गणित के हिसाब से ग्वालियर-चंबल ही वो इलाका है जहां से विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी. अहम ये है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 2 मार्च को मुरैना से राज्य में प्रवेश करेगी. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रदेश के इस हिस्से से 18 सीटें जीती थीं जबकि कांग्रेस के खाते में 16 सीटें आईं थीं. ये आंकड़ा बाकी के कलस्टर के हिसाब से सबसे कम था. अगर इन नतीजों का लोकसभा सीटों के हिसाब से आंकलन हो तो बीजेपी मुरैना में कांग्रेस से पीछे रही और ग्वालियर और भिंड में कांटे की टक्कर थी. इसके अलावा मुरैना में ब्राहणों को साधने पार्टी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को बुलाया है. इसके साथ ही केशव प्रसाद मौर्य,विष्णुदेव साय,हेमंत बिस्वा,देवेन्द्र फड़नवीस जैसे नेता भी लगातार प्रदेश का दौरा करेंगे जिसमें वो बूथ स्तरीय सम्मेलनों से लेकर प्रबुद्धजनों से चर्चा तक करेंगे.
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