
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के भिंड के मेहगांव ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) राजवीर शर्मा थप्पड़काण्ड के मामले में आखिरकार पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. पुलिस ने जाँच के बाद बीजेपी के मंडल अध्यक्ष नीरज शर्मा पर शासकीय कार्य मे बाधा डालने सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है. पुलिस ने एफआईआर घटना के 16 दिन बाद कांग्रेस के आंदोलन की चेतावनी के एक दिन पहले की है.
ये है मामला
मामला 10 जुलाई का है, जब सीएम राइस स्कूल में गुरुपूर्णिमा कार्यक्रम चल रहा था. जिसमे मुख्य अतिथि के रूम में मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री राकेश शुक्ला के साथ बीजेपी के मण्डल अध्यक्ष नीरज शर्मा और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राजवीर शर्मा मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान भाजपा मंडल अध्यक्ष नीरज शर्मा ने अचानक ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राजवीर शर्मा को सार्वजनिक रूप से थप्पड़ जड़ दिया.
'मेरा बेटा होता तो इनसे बदला लेता'
— NDTV MP Chhattisgarh (@NDTVMPCG) July 27, 2025
भिंड में बीजेपी के मंडल अध्यक्ष नीरज शर्मा ने BEO को थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद बीईओ ने रोते हुए कहा कि- मेरा बेटा होता तो इनसे बदला लेता.#Bhind | #MadhyaPradesh pic.twitter.com/m4BGjiBTja
घटना के दूसरे दिन जब स्कूल के छात्र और स्टाफ बीईओ राजवीर शर्मा को भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तस्वीर भेंट कर रहे थे उसी दौरान बीईओ राजवीर अचानक फूट-फूटकर रो पड़े. उन्होंने छात्रों को पूरी आप बीती बताई. कार्यक्रम में सभी की मौजूदगी में उन्होंने रोते हुए कहा कि उनका बेटा होता तो बदला लेता. बीईओ के रोने का वीडियो तेजी से वायरल हुआ था.
BEO ने लगाए थे ये आरोप
इस घटना में बीईओ राजवीर शर्मा का कहना है कि स्कूल से सीसीटीवी फुटेज मांगे गए तो स्कूल प्राचार्य के द्वारा राजनीतिक दवाब के चलते घटना की फुटेज न देते हुए उसे डिलीट करवा दिया गया. बीईओ ने आरोप लगाया कि मंडल अध्यक्ष नीरज शर्मा पिछले कई महीनों से उनसे अनैतिक और नियम विरुद्ध कार्य करवाने के लिए दबाव बना रहे थे. साथ ही "टेरर टैक्स" के नाम पर हर महीने 20 हजार रुपए की मांग कर रहे थे, जिसे बीईओ ने कई बार ठुकरा दिया था.
बीईओ के मुताबिक, नीरज शर्मा उनसे कई बार बिना तारीख के प्रस्तावों पर हस्ताक्षर की मांग कर चुके थे और जब उन्होंने ऐसा करने से इनकार किया, तो आखिरकार सार्वजनिक मंच पर उन्हें अपमानित करते हुए थप्पड़ मार दिया . जिसको लेकर बीईओ राजवीर शर्मा ने बीजेपी के मंडल अध्यक्ष नीरज शर्मा पर एफआईआर की मांग को लेकर मेहगांव थाने का घेराव किया था. इतना ही नही एसपी डॉ असित यादव से भी शिकायत कर चुके थे.
घटना के 15 दिन बाद भी बीईओ राजवीर शर्मा को न्याय नहीं मिला. जिसको लेकर कांग्रेस आगे आई. कांग्रेस के पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी ने राजनीति शुरू कर दी थी. कांग्रेस ने बीजेपी मंडल अध्यक्ष नीरज शर्मा पर एफआईआर के लिए रविवार 27 जुलाई को उग्र आंदोलन और कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तारी देने की चेतावनी दी थी. इसके ठीक पहले शनिवार रात 10 बजे मेहगांव पुलिस ने बीजेपी मंडलाध्यक्ष नीरज शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली. आरोपी पर शासकीय कार्य में बाधा, धमकी और मारपीट जैसी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं.
कांग्रेस नेता ने भी जारी किया वीडियो
FIR दर्ज होने के बाद कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने पुलिस का आभार जताते हुए कहा,“यह न्याय और अन्याय की लड़ाई थी. पुलिस ने बिना किसी दबाव के कार्य किया, हम उनका धन्यवाद करते हैं.”हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि 27 जुलाई को कांग्रेस का प्रस्तावित थाने का घेराव कार्यक्रम अब भी होगा, लेकिन इसका उद्देश्य अब प्रशासन पर दबाव बनाना नहीं, बल्कि उन पीड़ितों को हौसला देना होगा जो अन्याय के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा,“हम चाहते हैं कि प्रशासन इसी तरह निष्पक्षता से कार्य करता रहे. यही लोकतंत्र की सच्ची भावना है.वहीं भाजपा के स्थानीय नेताओं की ओर से इस मामले में अब तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. उल्टा कई भाजपा कार्यकर्ता आरोपी नीरज शर्मा के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं. कांग्रेस का आरोप है कि इसी कारण इतने दिनों तक FIR दर्ज नहीं हो सकी. अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या पुलिस निष्पक्ष जांच कर आरोपी पर कड़ी कार्रवाई करेगी, या फिर मामला राजनीतिक संरक्षण के चलते ठंडे बस्ते में चला जाएगा.
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