
Khandwa ki Khabar: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खंडवा शहर में पीने के पानी की मांग कर रहे लोगों पर एफआईआर दर्ज करने का बड़ा मामला सामने आया है. यहां रविवार को शहर की बाहेती कॉलोनी की कुछ महिला एवं पुरुषों ने क्षेत्र में पानी नहीं आने को लेकर चक्का जाम किया था, जिसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम ने एफआईआर की धमकी दी थी. हालांकि, देर शाम एसडीएम ने अपनी सफाई में केवल समझाईश के तौर पर ऐसा कहना बताया था. लेकिन, सोमवार को जारी पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में कॉलोनी के 8 से अधिक लोगों सहित मौके पर पहुंचे निगम के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेताओं पर भी मामला दर्ज किया गया है.

पीने की पानी की परेशानी को लेकर चक्का जाम
क्या है पूरा मामला?
खंडवा शहर के कई क्षेत्रों को इस समय भीषण जल संकट का सामना करना पड़ रहा है. यहां पानी सप्लाई करने वाली विश्वा कंपनी की पाइपलाइन आए दिन फूट रही है. जिसके चलते शहर में पेयजल वितरण की व्यवस्था ठप हो रही है. ऐसे में इस गर्मी में पीने के पानी को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. गुस्साए लोग पानी के लिए सड़कों पर आकर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. रविवार को भी शहर के एसएन कॉलेज के पीछे स्थित बाहेती कॉलोनी के रहवासियों ने पीने के पानी की मांग करते हुए मुख्य सड़क पर आकर चक्का जाम करने की कोशिश की थी.
पुलिस रिपोर्ट में हुआ खुलासा
सोमवार सुबह जारी पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, पीने के पानी के लिए प्रदर्शन कर रही इन महिलाओं सहित वहां पहुंचे निगम के नेता प्रतिपक्ष दीपक उर्फ मल्लू राठौर और कांग्रेस नेता अर्श पाठक पर भी मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में पुलिस ने सिविल लाइन निवासी निगम इंजीनियर की शिकायत पर दोपहर में ही आठ से अधिक लोगों पर बीएनएस की धारा 223 के अंतर्गत कार्रवाई की है, जिसमें बाहेती कॉलोनी की तीन महिलाओं समेत 8 नामजद एवं अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया गया है.
ये भी पढ़ें :- Vijay Sharma: चौक पर बैठ चखा गर्म पकौड़े-भजिया का स्वाद, बारिश का मजा लेते नजर आए डिप्टी सीएम विजय शर्मा
नेता प्रतिपक्ष ने किया विरोध
इस कार्रवाई को लेकर नेता प्रतिपक्ष मल्लू राठौर ने इसे अन्याय बताते हुए कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता एवं वे स्वयं तो वहां प्रशासन के अधिकारियों और आम लोगों के बीच हो रही तकरार को सुलझाने और समझाइश देकर मामला शांत कराने गए थे. ऐसे में आम लोगों सहित उन पर मुकदमा दर्ज करना अन्याय है.
ये भी पढ़ें :- Broken Bridge: बूढ़ा हुआ पुल, महान नदी पार करना सूरजपुर वालों के लिए बना 'जानलेवा खेल'... रखरखाव में लापरवाही