MP News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में ठंड अपने चरम पर है. शीतलहर (Coldwave) के कारण लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. अगर बात करें विदिशा जिले की, तो यहां इन दिनों किसान (Farmers in problem) परेशान हो रहे हैं. शीतलहर ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है. लेकिन इस सर्दी में भी अन्नदाता अपने फसलों की रक्षा और बिक्री के लिए संघर्ष कर रहा है. दूसरी तरफ, अशोकनगर में डॉक्टरों (Ashoknagar Doctors) का कहना है कि कड़ाके की ठंड में रात में काम करना जंग जीतने जैसा है.
किसानों के सामने चुनौतियां
विदिशा के कई इलाकों में किसान अपनी फसलों को ठंड से बचाने के लिए रात-दिन मेहनत कर रहे हैं. टमाटर, प्याज, गेंहू और चने जैसी फसलें शीतलहर से बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं. रात के समय ठंड के कारण फसलों पर ओस जम जाती है, जिससे उनकी गुणवत्ता पर असर पड़ता है. किसान मंडियों में अपनी फसलें लेकर जा रहे हैं, लेकिन ठंड के कारण बाजार में खरीदारों की संख्या कम हो गई है.
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कड़कड़ाती ठंड में रात में तैनात स्वास्थ्य कर्मी
अशोकनगर में भी ठंड अपना रंग दिखा रही है. सर्दी अपने सबाब पर है और रात का तापमान 7 डिग्री तक पहुंच रहा है. ऐसे में अशोकनगर जिले में रात में काम कर रहे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि हमने पेशा ही ऐसा चुना है, जिसमें हमेशा चुनौती है. सर्दी के मौसम में रात के वक्त परेशानियां और चुनौतियां तो बहुत है, लेकिन इन सबके बीच रात को आने वाले मरीजों का दर्द बांटने व उनको स्वस्थ होने में अपने आप में प्राउड फील होता है.
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