Chhattisgarh Education Crisis : छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के शासकीय प्राथमिक शाला ओटेबंध में शिक्षकों की भारी कमी के बीच भी बच्चों को बेहतर शिक्षा देने की कोशिश की जा रही है. इस स्कूल में 98 छात्रों के लिए केवल एक नियमित शिक्षक हैं. बावजूद इसके, शिक्षक पूरी मेहनत से बच्चों को पढ़ा रहे हैं और उनकी शिक्षा में कोई कमी नहीं आने दे रहे. शिक्षकों की कमी को देखते हुए एक NGO ने मदद का हाथ बढ़ाया है. NGO के माध्यम से स्कूल में अतिरिक्त शिक्षकों की व्यवस्था की गई है. ये शिक्षक नियमित शिक्षक का काम बांटते हुए बच्चों को पढ़ाने में मदद कर रहे हैं. उनकी मदद से स्कूल की पढ़ाई सुचारु रूप से चल रही है.
NGO ने बढ़ाया मदद का हाथ
हालांकि, इतने बड़े स्कूल में शिक्षकों की कमी बड़ी समस्या है लेकिन स्कूल प्रशासन और NGO के प्रयासों ने इसे चुनौती नहीं बनने दिया. नियमित शिक्षक और NGO से जुड़े शिक्षक मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले.
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ग्रामीण क्षेत्रों की बड़ी समस्या
ग्रामीण इलाकों के स्कूलों में शिक्षकों की कमी एक आम बात है. कई बार बच्चों की पढ़ाई इससे प्रभावित होती है. लेकिन ओटेबंध का ये स्कूल एक मिसाल पेश कर रहा है. चाहे कितने ही मुश्किल हालात क्यों न हो सही प्रयास के बाद अच्छा काम किया ही जा सकता है.