Chhattisgarh News : कांकेर में अपराधों पर नजर रखने के लिए जो CCTV कैमरे लगाए गए थे, वे अब बंद हो चुके हैं. करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी यह कैमरे अब सिर्फ शोपीस बनकर रह गए हैं और सड़कों पर धूल फांक रहे हैं. इन कैमरों को ठीक करने की कोई कोशिश नहीं हो रही है. अब अगर कोई अपराध होता है.... तो पुलिस को दुकानों और अन्य जगहों पर लगे कैमरों की मदद लेनी पड़ती है. इससे ये तो साफ होता है कि मिशन सिक्योर कांकेर पूरी तरह से फेल हो गया है.
क्या था मिशन सिक्योर कांकेर ?
साल 2021 में मिशन सिक्योर के तहत कांकेर के 25 प्रमुख चौक-चौराहों और 82 अन्य बड़ी जगहों पर CCTV कैमरे लगाए गए थे. इनमें 59 बुलेट कैमरे, 11 ANPR कैमरे और 12 PTZ कैमरे शामिल थे. इन कैमरों का उद्घाटन स्थानीय विधायक की मौजूदगी में किया गया था. इसके साथ ही एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया था, ताकि सभी कैमरों की निगरानी की जा सके. लेकिन अब कैमरे खराब हो गए हैं और इनकी निगरानी संभव नहीं हो पा रही है. ये स्थिति चारामा, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर और अन्य स्थानों पर लगे कैमरों की भी है.
क्या है पुलिस का कहना ?
इलाके के व्यापारी संघ के अध्यक्ष अनूप शर्मा और अन्य व्यापारियों का कहना है कि शहर में चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं. पहले तो ये घटनाएं गली-मोहल्लों तक सीमित थीं लेकिन अब पुलिस थाना और जेल के पास और अन्य बड़ी जगहों पर भी चोरी हो रही है. ऐसे में CCTV कैमरों का बंद होना एक बड़ी लापरवाही है. ये आम जनता और व्यापारियों के लिए चिंता का सबब बन गई है. उन्होंने पुलिस से इन कैमरों को जल्द ठीक करने की मांग की है. कांकेर SP का कहना है कि कैमरे मेंटेनेंस के कारण बंद हैं और जल्द ही इन्हें ठीक कर दिया जाएगा.
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लेकिन सवाल अभी भी यही उठता है कि मिशन सिक्यूर कांकेर के तहत लंबे अंतराल से बंद पड़े इस CCTV कैमरे के सुधार में आखिर पुलिस दिलचस्पी क्यों नहीं दिखा रही ? क्या पुलिस को लोगो की सुरक्षा की परवाह नहीं.... या पुलिस बजट के आभाव में इसे ठीक करवाना ही नहीं चाहती ? जो लोगों की सुरक्षा में सेंध है.