
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सरगुजा (Surguja) में 7 मई से अचानक मौसम में आए बदलाव से जहां एक ओर भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली है तो वहीं दूसरी ओर बेमौसम बारिश ने एक बार फिर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभार दी है. दरअसल, इन दिनों जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में गेहूं की कटाई और मिसाई जोरों पर है.
किसान अभी तक गेहूं की कटाई नहीं कर पाए हैं. ऐसे में लगातार हो रहे मौसम में बदलाव से किसान काफी परेशान है. किसान को चिंता सता रही है कि बेमौसम बारिश में कहीं उनकी गेहूं की फसल खराब ना हो जाए. हालांकि किसान बेमौसम बारिश को देखते हुए दिन-रात गेहूं की कटाई और मिसाई में जुटे हुए हैं.
अचानक मौसम में आए बदलाव के बीच एनडीटीवी की टीम किसानों के बीच पहुंची और फसल की कटाई और मसाई को लेकर चर्चा की. इस दौरान ग्राम दरीमा के किसान राम भजन सिंह ने बताया कि ग्राम दरीमा, कर्रा, नानदमाली, करजी, सोहाग, कतकालो, बकालो सहित दर्जनों ऐसे गांव हैं, जहां के सैकड़ों किसान हजारों एकड़ में गेहूं की फसल लगाए हैं जो पक कर तैयार हो गए हैं. ऐसे में कई किसान गेहूं की फसल कटाई के बाद अब ढूलाई और मिसाई का काम जोरों पर है, लेकिन अभी भी काफी संख्या में किसानों की गेहूं की फसल खेत में खड़ी है, जिसकी कटाई नहीं हुई है. ऐसे में बेमौसम पानी से गेहूूं के खराब होने की संभावना है.
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बता दें कि खेत में लगे फसल बेमौसम बारिश की वजह से खराब हो जाते हैं, जिसके चलते किसान को बाजार में सही भाव नहीं मिल पाता है. ऐसे में बारिश में फसल खराब न हो जाए, जिसके चलते किसान अब जोरों शोर से गेहूं की कटाई और मिसाई का काम कर रहे हैं..
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार गेहूं की खरीदी नहीं करती है, जिसके कारण किसान अपने गेहूं को खुले बाजार में बेचते हैं.
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