महाकाल की नगर उज्जैन में रक्षाबंधन की धूमधाम से शुरूआत हो गई है...इससे पहले परंपरा के मुताबिक महाकाल की सुबह-सुबह भस्म आरती कई गई और फिर बाबा को सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया गया और उन्हें राखी भी भेंट गई है. इस परंपरा को निभाने के बाद ही शहर में राखी का त्योहार शुरू हुआ.
महाकाल बाबाा का किया गया पंचामृत अभिषेक
विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार तड़के रात तीन बजे हर रोज की तरह महाकाल बाबा को जल चढ़ाकर उनका पंचामृत अभिषेक किया गया इसके बाद पुजारी परिवार की महिलाओं ने बाबा को राखी बांधी.
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25 साल से चली आ रही है परंपरा
आपको बता दे उज्जैन में सभी हिन्दू पर्व सबसे महाकाल मंदिर में मनाए जाते हैं उसके बाद ये पर्व पूरे शहर में मनता है. बुधवार को भस्म आरती के बाद बाबा को चढ़ाए गए सवा लाख लड्डू, भक्तों में बांट दिए गए. लड्डू चढ़ाने की ये परंपरा 25 साल से चली आ रही है.
इस बार रात को बंधेगी राखी
इस बार राखी भद्रा के कारण रात को मनेगी, महाकाल बाबा को बांधी गई राखी बहुत ही विशेष राखी थी. बाबा को बंधी ये विशेष राखी, पुजारी परिवार की 8 महिलाओं ने रेशम के धाँगे, विशेष वस्त्र, स्पंज आभूषण आदि मटेरियल का उपयोग कर, 2 फीट चौंड़ी बनाई गई थी इस राखी को तैयार होने में 10 दिन का समय लगा था.