Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के उज्जैन में पुलिस चायना डोर पर पूरी तरह अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है. वजह हर साल मकर संक्रांति पर होने वाली गंभीर दुर्घटना है. इसी के चलते पुलिस ने पतंग की दुकान पर सर्चिंग करने के साथ ड्रोन कैमरे से छतों की निगरानी कर रही है. परिणाम स्वरूप 10 लोगों को पकड़ा भी गया है.
प्रतिबंध के बाद भी हो रहा है उपयोग
हर साल मकर संक्रांति के अवसर पर चायना डोर से कई लोग हादसे का शिकार होते हैं. करीब दो साल पहले
जीरो प्वाइंट ब्रिज पर एक छात्रा की चायना डोर से गला कटने से मौत हो गई थी और एक होमगार्ड जवान गंभीर घायल हो गया था. हाल ही में इसी ब्रिज पर एक अधेड़ को भी चायना डोर से गला कटने पर 8 टांके आए थे. यही वजह है कि चायना डोर पर प्रतिबंध है. इसके बावजूद पतंगबाजी के शौकीन इसका उपयोग करने से बाज नहीं आते हैं.
छतों से पकड़ाए पतंग बाज
चायना डोर से पतंग उड़ाने वाले पतंग बाजू की खोजबीन के लिए सीएसपी ओम प्रकाश मिश्रा, टीआई नरेंद्र सिंह परिहार और एएसआई चंद्रभान सिंह ने पहले बेगमबाग क्षेत्र के घरों की छतों की चैकिंग की. यहां करीब दस लोग चायना डोर से पतंग उड़ाते मिले. पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया.
ड्रोन से निगरानी
14 जनवरी को मकर संक्रांति है. इस अवसर पर पुराने शहर में पतंगबाजी का काफी जोर देखा जा सकता है. यही वजह है कि पुलिस ने पतंग की सभी दुकानों पर चाइना डोर प्रतिबंध के फ्लेक्स तो लगाए ही ड्रोन कैमरे से छात्रों की निगरानी भी शुरू कर दी जो संक्रांति जारी रहेगी. वहीं पुलिस अनाउसमेंट करवाकर छतों से दूरबीन से नजर रख रही है. प्रशासन ने नायलॉन के धागे से बनी डोर पर प्रतिबंध लगा रखा है. वहीं पिछले सालों में पुलिस ने लाखों रुपये की चाइना डोर पकड़ी और बेचने वालों पर रासुका लगाकर उनके मकान तक तुड़वाए हैं.
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