विज्ञापन
This Article is From Feb 13, 2024

कतर से रिहा हुए नौसेना के पूर्व अधिकारी की बहन ने मोदी सरकार को दिया धन्यवाद, अब वतन वापसी का इंतजार

अपीलीय अदालत ने मौत की सजा को कम करने के बाद भारतीय नागरिकों को उनकी जेल की सजा के आदेश के खिलाफ अपील करने के लिए 60 दिन का समय दिया था. पिछले साल दिसंबर में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुबई में सीओपी-28 शिखर सम्मेलन के मौके पर कतर के अमीर शेख तमीम बिन हम्माद अल-सानी से मुलाकात की और कतर में भारतीय समुदाय के कल्याण पर चर्चा की.

कतर से रिहा हुए नौसेना के पूर्व अधिकारी की बहन ने मोदी सरकार को दिया धन्यवाद, अब वतन वापसी का इंतजार
नौसेना के सात पूर्व अधिकारी कतर से भारत पहुंचे

India and Qatar Relations: कतर द्वारा रिहा किए गए भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों में से एक की बहन ने उनकी रिहाई पर सोमवार को खुशी व्यक्त करते हुए इसके लिए भारत सरकार और कतर के अधिकारियों का आभार जताया. कमांडर (सेवानिवृत्त) पूर्णेंदु तिवारी की बहन डॉ. मीतू भार्गव ने 'पीटीआई वीडियो' को बताया कि उन्होंने इस तनावपूर्ण समय के दौरान धैर्य बनाए रखा और अगर वह भी देश लौट आते तो उन्हें ज्यादा खुशी होती. तिवारी अभी तक भारत नहीं पहुंचे हैं. भार्गव ने कहा कि वह जल्द ही वापस आएंगे.

कतर ने जेल में बंद भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को रिहा कर दिया है. पिछले साल अक्टूबर में उन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी जिसके 46 दिन बाद उनके मृत्युदंड को अलग-अलग अवधि की जेल की सज़ा में तब्दील कर दिया गया था. उनमें से सात सोमवार तड़के देश लौट आए. इन पूर्व नौसैनिकों पर जासूसी के आरोप लगाए गए थे लेकिन न तो कतर के अधिकारियों और न ही भारत सरकार ने उनके खिलाफ आरोपों को सार्वजनिक किया.

Latest and Breaking News on NDTV

यह भी पढ़ें : ग्राउंड रिपोर्ट : करोड़ों खर्च, दिनभर की मेहनत और चुल्लू भर पानी... जीवन का 'मिशन' बना 'जल'

'अगर भाई भी लौट आता तो ज्यादा खुशी होती'

विदेश मंत्रालय (एमईए) ने सोमवार को एक बयान में कहा कि भारत अगस्त 2022 में गिरफ्तार किए गए भारतीयों की रिहाई और वतन वापसी को संभव बनाने के कतर के अमीर के फैसले की सराहना करता है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर निवासी भार्गव ने कहा, 'सरकार के प्रयासों से सभी आठ कर्मियों को रिहा कर दिया गया है और उनमें से सात भारत आ गए हैं. मैं इससे बहुत खुश हूं.' भार्गव ने कहा कि उन्हें ज्यादा खुशी होती अगर उनका भाई भी उनके साथ लौटता.

प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री का आभार जताया

उन्होंने कहा, 'लेकिन मैं अब उसके लिए खुश हूं. हमने उससे भी बात की. वह दूतावास में ठीक है और दोहा स्थित अपने घर वापस चले गए हैं. मुझे पता चला कि वह जल्द ही आएंगे और उनके लौटने पर मुझे बहुत खुशी होगी.' भार्गव ने नौसेना के पूर्व कर्मियों की रिहाई के लिए केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और कतर के अमीर का आभार जताया. उन्होंने कहा, 'मैं कतर में भारत के राजदूत विपुल जी की स्थिति से निपटने के लिए प्रयास करने और धैर्य बनाए रखने के लिए आभारी हूं. हमने इस तनावपूर्ण समय के दौरान भी धैर्य बनाए रखा.'

Latest and Breaking News on NDTV

भारत लौटे नौसेना के सात पूर्व कर्मी

भारत लौटने वाले सात नागरिकों में कैप्टन (सेवानिवृत्त) नवतेज गिल और सौरभ वशिष्ठ, कमांडर (सेवानिवृत्त) अमित नागपाल, एसके गुप्ता, बीके वर्मा, और सुगुनाकर पकाला और नाविक रागेश शामिल हैं. नौसेना के पूर्व कर्मियों को 26 अक्टूबर को कतर की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी. खाड़ी देश की अपीलीय अदालत ने 28 दिसंबर को मृत्युदंड को कम कर दिया था और नौसेना के पूर्व कर्मियों को अलग-अलग अवधि की जेल की सजा सुनाई थी.

यह भी पढ़ें : सदन में बोले CM, 'मोदी जैसा कोई नहीं', नेता प्रतिपक्ष ने पूछा- पीएम की इतनी तारीफ, अमित शाह की जगह लेंगे क्या?

अजीत डोभाल ने की कतर के अधिकारियों से बातचीत

अपीलीय अदालत ने मौत की सजा को कम करने के बाद भारतीय नागरिकों को उनकी जेल की सजा के आदेश के खिलाफ अपील करने के लिए 60 दिन का समय दिया था. पिछले साल दिसंबर में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुबई में सीओपी-28 शिखर सम्मेलन के मौके पर कतर के अमीर शेख तमीम बिन हम्माद अल-सानी से मुलाकात की और कतर में भारतीय समुदाय के कल्याण पर चर्चा की. माना जाता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भारतीयों की रिहाई सुनिश्चित करने में कतरी अधिकारियों के साथ बातचीत में भूमिका निभाई थी.

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close