India-Qatar Relations: कतर ने जेल में बंद भारतीय नौसेना (Indian Navy) के 8 पूर्व कर्मचारियों को रिहा कर दिया है. जिनमें से सात सोमवार को दिल्ली (Delhi) पहुंच गए हैं. यह भारत (India) की एक बड़ी कूटनीतिक जीत मानी जा रही है. भारतीय विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) ने इस संबंध में कहा, "भारत सरकार (Government of India) कतर में हिरासत में लिए गए दहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करने वाले आठ भारतीय नागरिकों (Eight Indian Citizens) की रिहाई का स्वागत करती है. रिहा किए गए आठ भारतीयों में से सात भारत लौट आए हैं. हम इन नागरिकों की रिहाई और घर वापसी को संभव बनाने के लिए कतर के अमीर के फैसले की सराहना करते हैं."
#WATCH | Delhi: Qatar released the eight Indian ex-Navy veterans who were in its custody; seven of them have returned to India. pic.twitter.com/yuYVx5N8zR
— ANI (@ANI) February 12, 2024
आपको बता दें कि इन आठ भारतीय नागरिकों को कतर में जासूसी के आरोप में अगस्त 2022 में गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद कतर की एक अदालत ने अक्टूबर में सभी को मौत की सजा सुनाई थी. हालांकि, उन पर लगे आरोपों को कतर के अधिकारियों ने सार्वजनिक नहीं किया था. ये सभी भारतीय नागरिक दहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम कर रहे थे.
मौत की सजा को बदलकर मिली थी कैद की सजा
इससे पहले सभी आठ भारतीय नागरिकों को कतर की अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी. भारत सरकार के हस्तक्षेप के बाद इस सजा को बदलकर सभी आठ भारतीय नागरिकों को अलग-अलग कैद की सजा सुनाई गई थी. इस सजा के खिलाफ कतर के सर्वोच्च न्यायालय में अपील करने के लिए 60 दिन का समय दिया गया था. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने COP28 शिखर सम्मेलन के मौके पर दुबई में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से मुलाकात की थी. इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय साझेदारी और कतर में रहने वाले भारतीय समुदाय की भलाई के लिए चर्चा की थी.
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