सीधी जिले के रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र अंतर्गत घूंघटा पंचायत से सात वर्षीय प्रिंस रावत को उसके घर के आसपास से उठा लिया गया.परिजन जब बच्चे को खोजते हुए थाने पहुंचे तो अपहरण की आशंका पर पुलिस तुरंत हरकत में आ गई. थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी ने बिना समय गंवाए विशेष पुलिस टीम गठित की.
एसपी सीधी के निर्देश पर 14 सदस्यीय पुलिस टीम ने घटनास्थल से लेकर आसपास के इलाकों तक खोजबीन शुरू की. टीम ने लगभग 95 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगालकर बच्चे और संदिग्ध व्यक्ति की हर मूवमेंट को ट्रैक किया. इस दौरान पता चला कि आरोपी बच्चा लेकर रीवा की ओर बढ़ा है, पुलिस ने बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और शहर के अन्य संभावित इलाकों में जांच तेज कर की.
रीवा रेलवे स्टेशन से आरोपी गिरफ्तार, सामने आई असली मंशा
जांच के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति मासूम को लेकर रेलवे स्टेशन के पास बैठा देखा गया है. टीम मौके पर पहुंची और दबिश देकर संदिग्ध को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में आरोपी की पहचान दीपक रावत (30) निवासी घूंघटा के रूप में हुई. उसने स्वीकार किया कि वह मासूम को ट्रेन से बाहर ले जाकर उससे भीख मंगवाता.
मासूम परिजनों को सौंपा गया, आरोपी पर केस दर्ज
बच्चे के सुरक्षित होने की पुष्टि के बाद पुलिस ने उसे रामपुर नैकिन थाना लाकर परिजनों के सुपुर्द किया, जहां थाने में खुशी का माहौल देखने को मिला. थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी ने बताया कि आरोपी बेहद शातिर दिमाग का है और उसने बच्चे को सीधे बाहर ले जाने की योजना बना रखी थी. पुलिस की तत्परता और सीसीटीवी की गहन जांच ने बड़ी घटना होने से बचा लिया. आरोपी के खिलाफ अपहरण और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है.
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