Religious Conversion case in Sehore: सीहोर ग्रामीण अंचलों में धर्म परिवर्तन (Conversion gang exposed) का मकड़जाल तेजी से फैल रहा है. भोले-भाले आदिवासियों को नौकरी और आर्थिक प्रलोभन दे कर धर्मांतरण किया जा रहा है. धर्मांतरण गेैंग जिले के आदिवासी गांवों में सक्रिय है. एक ऐसी ही गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है.
धर्मांतरण गैंग का पर्दाफाश
जिले के बिलकिसगंज थाना क्षेत्र में आने वाले आदिवासी क्षेत्रों में बीते तीन महीनों से ग्रामीणों को लालच देकर धर्मांतरण कराने का गंभीर मामला सामने आया है. रेहटी थाना क्षेत्र में आने वाले ग्राम भीलपाटी और खजुरी में रहने वाले कुछ लोगों द्वारा नियमित रूप से प्रार्थना सभाएं आयोजित की जा रही थीं और इन सभाओं के माध्यम से आदिवासी ग्रामीणों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था, लेकिन धीरे-धीरे ये प्रेरणा जबरन दबाव और आर्थिक प्रलोभन में बदल गई. ग्रामीणों को एक-एक लाख रुपये देने और नौकरी लगवाने का वादा कर धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास किया जा रहा था.
ग्रामीणों ने की शिकायत, पुलिस को बुलाया
ग्राम वीरपुर के लखन बारेला, सीताराम बारेला, रमेश बारेला और रायसिंह बारेला ने सामूहिक रूप से लिखित आवेदन देकर पुलिस को अवगत कराया कि पिछले तीन महीनों से आरोपी लगातार उनके गांव में आकर अलग-अलग तरीकों से धर्मांतरण के लिए दबाव बना रहे थे. आरोपी रेम सिंह के घर पर रात में विशेष सभाएं कराई जा रही थीं, जिसमें ईसा मसीह की फोटो, बाइबल और पैसों का लालच दिखाकर ग्रामीणों को धर्म छोड़ने के लिए कहा जा रहा था. 9 दिसंबर की रात जब इन्हें फिर से सभा में बुलाकर जोर-जबरदस्ती की गई, तब ग्रामीणों ने हिम्मत कर 112 डायल के माध्यम से पुलिस को सूचना दी.
छापामार कार्रवाई में मिला धार्मिक साहित्य
सूचना मिलते ही 112 की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घर में चल रही संदिग्ध गतिविधियों की पुष्टि की. तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए बिलकिसगंज थाना प्रभारी संदीप मीणा के निर्देश पर छापामार कार्रवाई की गई. पुलिस ने मौके से बाइबल की प्रतियां, धार्मिक साहित्य और धर्म परिवर्तन से जुड़ी सामग्रियां जब्त की. साथ ही मौके पर मौजूद सभी संबंधित व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया.
छह आरोपी गिरफ्तार, धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम में मामला दर्ज
पुलिस ने मामले में जिन छह लोगों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम इस प्रकार हैं-
- थाना रेहटी के खजुरी निवासी मुकेश बारेला (पिता-कपासिया बारेला )
- थाना रेहटी के भीलपाटी निवासी लखन बारेला (पिता- भिकम सिंह बारेला)
- थाना रेहटी के खजुरी निवासी सीताराम बारेला (पिता- कपासिया बारेला)
- सीहोर के वीरपुर निवासी रेम सिंह बारेला (पिता- बारखा बारेला)
- थाना रेहटी के भीलपाटी निवासी कुशमा बारेला (पति- लखन बारेला)
- थाना रेहटी के खजुरी निवासी बीना बारेला (पति- मुकेश बारेला)
प्रकरण में पुलिस ने धारा 3/5 धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. थाना प्रभारी संदीप मीणा ने बताया कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है.
ग्रामीणों ने सुनाई पीड़ा- 'जबरदस्ती कर रहे थे '
ग्रामीणों ने शिकायत में कहा कि उन्हें लंबे समय से आर्थिक लालच, नौकरी का झांसा और धार्मिक दबाव दिया जा रहा था. प्रार्थना सभाओं में शामिल होने के लिए जबरदस्ती बुलाया जाता था और न जाने कितनों को धर्म परिवर्तन के लिए मनाने की कोशिश की जा रही थी.
ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते पुलिस को सूचना न दी जाती, तो यह पूरा गिरोह और भी कई लोगों को अपने जाल में फंसा सकता था.
पुलिस ने सख्त कार्रवाई
पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने पूरे इलाके में एक बड़ा संदेश दिया है कि किसी भी प्रकार का जबरन धर्म परिवर्तन, लालच या प्रलोभन कानूनन अपराध है और ऐसे मामलों में प्रशासन बिल्कुल भी ढील नहीं देगा. धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 ऐसे कृत्यों के खिलाफ कठोर सजा का प्रावधान करता है. ग्रामीणों ने पुलिस की तत्परता और संवेदनशीलता की सराहना की है. मामले की जांच जारी है और पुलिस ने कहा है कि यदि अन्य पीड़ित सामने आते हैं तो आरोपियों पर और भी कठोर कार्रवाई की जाएगी.
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