Guarantee of railway line from PM Modi: 17 नवंबर को संपन्न हुए विधानसभा चुनाव 2023 (MP Assembly Election Results) में 'एमपी की गारंटी, मोदी की गारंटी' वाला जुमला लोगों की जुबान पर चढ़ गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने चुनावी सभाओं के दौरान कहा था कि एमपी के विकास की गारंटी मोदी की गारंटी है. वही गारंटी यहां के लोगों को रेल लाइन लगाने के लिए चाहिए.
राजनीतिक कारणों से उखाड़ दी गई रेल लाइन
दरअसल, आगर-मालवा (Agar Malwa) में आपातकाल तक रेललाइन हुआ करती थी जो उज्जैन तक के सफर का माध्यम थी. इससे लोगों को सहज और सस्ती यात्रा का लाभ मिलता था, लेकिन आपातकाल के बाद राजनीतिक कारणों से रेल लाइन उखाड़ दी गई. जिसका खामियाजा जिले के लोगों को आज तक भुगतना पड़ रहा है.
गौरतलब है कि उस समय देश की बत्तीस नैरोगेज लाइन बंद की गई थी, जिसमें से इकतीस फिर से चालू कर दी गई, लेकिन आगर-उज्जैन रेल लाइन अभी तक चालू नहीं हो सकी. आगरवासियों को रेल की सुविधा के लिए या उज्जैन, आलोट, झालवाड़ तक का सड़क से लंबा सफर करना होता है. जिसमें समय काफी बर्बाद होता है. रेल लाइन नहीं होने से इलाके में औधोगिक, व्यवसायिक विकास भी गति नही पकड़ पा रहा है.
रेल लाइन को फिर से चालू करने के लिए चला रहे आंदोलन
रेल लाइन को फिर से चालू करने के लिए कई सालों से कई स्तर पर आंदोलन किए जाते रहे हैं. निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने समय समय पर मांग उठाई. तत्कालीन सांसद थावरचंद गेहलोत, सज्जन वर्मा और मनोहर ऊंटवाल ने भी संसद में प्रमुखता से इस मुद्दे को उठाया था. थावरचंद गहलोत ने रेल लाइन के सर्वे को भी मंजूरी दिलवा कर सर्वे कार्य करवाया. उज्जैन के सांसद अनिल फिरोजिया ने भी इस विषय पर गंभीरता से संसद में बात रखी. मीडिया में यह मुद्दा लगातार सुर्खियों में बना रहा.
तमाम प्रायसों के बावजूद अभी तक लोगों को रेल लाइन का इंतजार
बता दें कि अब एक बार फिर रेल लाइन की मांग जोर पकड़ने लगी है. बाजेपी की प्रचंड जीत के बाद यहां के लोग पोस्ट कार्ड के माध्यम से एक बार फिर आवाज उठा रहे हैं. दरअसल, जिलेवासी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिख कर रेल लाइन फिर से लाने की मांग कर रहे हैं. कई सालों से रेल आंदोलन संचालित करने वाले महेंद्र शर्मा अपने साथियों के साथ घर-घर और दुकान-दुकान जा कर पोस्ट कार्ड बांट रहे हैं और पोस्ट कार्ड में प्रधानमंत्री मोदी के नाम रेल की मांग वाला संदेश लिख पोस्ट करवा रहे है. महेंद्र शर्मा इलाके में रेलमैन के नाम से जाने जाते हैं.
आगर-मालवा के लोगों के साथ भेदभाव
महेंद्र शर्मा ने एनडीटीवी से चर्चा में कहा, 'आपातकाल में जो नैरोगेज लाइन आगर से उज्जैन चलती थी वो राजनीतिक स्वार्थ के चलते उखाड़ दी गई. उस वक्त बंद की गई सभी लाइन वापस चालू कर दी गई, लेकिन आगर लाइन को आज तक चालू नहीं किया गया. ये इस क्षेत्र के लोगों के साथ भेदभाव है'.
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शर्मा आगे कहते है, 'पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के विकास की गारंटी ली तो रेल भी विकास का माध्यम है. पीएम को रेल लाइन फिर से लाने की गारंटी लेनी चाहिए. हमलोग सालों से रेल की मांग कर रहे हैं. उज्जैन से आगर होकर जाने वाली इस लाइन से क्षेत्र में औद्योगिक विकास के रास्ते खुलेंगे और रोजगार के अवसर बनेंगे और व्यापार को भी गति मिलेगी.
मेडिकल व्यवसाय नीरज अग्रवाल ने कहा, 'रेल के बिना क्षेत्र का विकास का सपना अधूरा ही है. इसलिए हम प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड लिख रहें है.'
पीएम मोदी को लिख रहे अपने अधिकार की बात
वहीं पंकज गुप्ता ने कहा, 'हम जोलिख रहे हैं ये कोई मामूली पोस्ट कार्ड नहीं है, बल्कि पीएम मोदी को हम अपने अधिकार की बात लिख रहे हैं. यहां के लोगों के दिल में जो बात है वो इस चिट्ठी में लिखी जा रही है.'
बता दें कि पोस्ट कार्ड को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है. हजारों की संख्या में पोस्ट कार्ड लिखे जा रहे हैं. वहीं सार्वजनिक हित के इस आंदोलन में हर वर्ग के लोग जुड़ रहे हैं और अपनी उम्मीदों को लफ्जों में सजा कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाने का सिलसिला लगातार जारी है.