Action Against Illegal Sand Mining: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीहोर जिले (Sehore) में नर्मदा नदी (Narmada River) से रेत के अवैध खनन और परिवहन के लगातार सामने आ रहे मामलों के बीच अब सरकार (MP Government) ने सख्त रूप अपना लिया है. सीहोर में पदस्थ खनिज निरीक्षक संतोष सूर्यवंशी को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए संचालनालय भोपाल अटैच कर दिया है. बता दें कि एनडीटीवी ने अवैध रेत खनन (Illegal Mining) मामले में लगातार खबर दिखाई थी, जिसके बाद सरकार ने यह एक्शन लिया है. हालांकि, अभी भी रेत माफियाओं पर कोई बड़ा एक्शन नहीं हुआ है.
जिला प्रशासन ने नहीं की कार्रवाई
बता दें कि सीहोर जिले के बुधनी और भेरूंदा क्षेत्र से होकर नर्मदा नदी बहती है. यहां नर्मदा नदी से रेत का अवैध खनन लगातार जारी है. एनजीटी की रोक के बाद भी पोकलेन और जेसीबी मशीन से नर्मदा नदी से अवैध रूप से लगातार रेत निकली जा रही है. ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे थे. ऐसे में जिला खनिज विभाग मूकदर्शक बना हुआ था और खनन माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा था. इसी बीच सरकार ने मामले में सख्त रूख अपनाते हुए खनिज निरीक्षक संतोष सूर्यवंशी को सीहोर से हटाकर भोपाल अटैच कर दिया है.
मात्र एक दिन ही हुई कार्रवाई
सीहोर जिला प्रशासन ने 28 मई को रेत माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ग्राम डिमावर तहसील भैरूंदा से 4 पोकलेन मशीन, ग्राम सोमलवाडा तहसील बुधनी से 2 पोकलेन मशीन को रेत खनन करते हुए जब्त किया था. रेत के ओवरलोड परिवहन करते पाए जाने पर 17 डंपर भी जब्त किए गए थे. लेकिन, प्रशासन की रेत माफियाओं पर यह कार्रवाई मात्र एक दिन ही होकर अचानक रुक गई. जिसके कारण अब रेत माफिया के हौसले काफी बुलंद हो गए हैं.
सीहोर में बढ़ता रेत का कारोबार
सीहोर जिले में रेत का कारोबार अब एक बड़ा कारोबार बन चुका है. रेत खदानों के अलावा भी अन्य स्थानों से भी रेत माफिया लगातार मशीनों से रेत का अवैध खनन करते हैं और बारिश के समय में रेत को लगातार स्टॉक कर रहे हैं. कई अवैध खदानें ऐसी हैं जहां रेत माफिया के गुंडे आम लोगों को जाने से भी रोक देते हैं.
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