Who is Akshay Kanti Bam : मध्य प्रदेश के इंदौर लोकसभा क्षेत्र में ऐन मौके पर अपना पर्चा वापस लेकर कांग्रेस को चुनावी दौड़ से बाहर करने वाले कारोबारी अक्षय कांति बम ने इस आरोप को खारिज किया है कि वह किसी ‘‘सौदे'' के तहत पाला बदलकर BJP में शामिल हुए हैं. बम ने इंदौर से करीब 200 किलोमीटर दूर अलीराजपुर में मंगलवार शाम संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, ‘‘आज की तारीख में मेरे पास क्या है और क्या नहीं है, वह सब पहले से जाहिर है. जो आदमी 15 लाख की घड़ी पहनता है, उसे कोई व्यक्ति किसी सौदे में क्या देगा.'' उन्होंने कांग्रेस नेताओं के इस आरोप पर प्रतिक्रिया जताते हुए यह बात कही कि वह किसी ‘‘सौदे'' के तहत BJP में गए हैं.
कितनी संपत्ति के मालिक ?
बता दें कि इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरने के दौरान पेश हलफनामे में बम ने कुल 55.28 करोड़ रुपये की अपनी चल-अचल संपत्तियों का ब्योरा दिया था, जिसमें उन्होंने अपनी कलाई घड़ी की कीमत 14.05 लाख रुपये बताई थी. बम ने कांग्रेस नेताओं के इस आरोप को भी नकारा कि उन्होंने चुनावी हार के डर से BJP का दामन थामा है. उन्होंने कहा कि वह पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान इंदौर के क्षेत्र क्रमांक-4 से कांग्रेस का टिकट मांग रहे थे, जिसे इस पार्टी के लिए सूबे की सबसे मुश्किल सीट में गिना जाता है.
आपराधिक मामलों से रहा नाता
इंदौर के एक Judicial Magistrate First Class (JMFC) ने पीड़ित पक्ष की अर्जी पर बम और उनके पिता के खिलाफ एक मामले को संज्ञान में लिया था. ये मामला 17 साल पहले के एक जमीनी विवाद से जुड़ा हुआ था... एक व्यक्ति पर कथित तौर पर हमले को लेकर बम और उनके पिता के खिलाफ हत्या के प्रयास धाराओं FIR दर्ज करवाई गई थी. इसी कड़ी में JMFC ने पिता-पुत्र को एक सत्र अदालत के समक्ष 10 मई को पेश होने का आदेश भी दिया था.
एकाएक छोड़ दी कांग्रेस पार्टी
इस आदेश के महज पांच दिन बाद बम ने इंदौर के कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर अपना नाम वापस लेने का कदम उठाया था. इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनका वकील संबंधित मामले में धारा 307 जोड़े जाने को लेकर सत्र न्यायालय के सामने तय तारीख को उनका पक्ष रखेगा. बम ने BJP कार्यालय में मंगलवार (30 अप्रैल) को पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में सूबे के काबीना मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के साथ हिस्सा लिया. पालाबदल के बाद वह विजयवर्गीय के साथ BJP के अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं. बम ने कांग्रेस को तगड़ा झटका देते हुए नामांकन वापसी की आखिरी तारीख 29 अप्रैल को अपना पर्चा वापस ले लिया था और BJP में शामिल हो गए थे. इसके साथ ही BJP का मजबूत गढ़ कही जाने वाली इस सीट पर कांग्रेस की चुनावी चुनौती समाप्त हो गई, जहां वह पिछले 35 साल से जीत की बाट जोह रही है.
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