
Madhya Pradesh Flood: मध्य प्रदेश के उज्जैन में शनिवार की रात करीब 9 बजे बड़ा हादसा हो गया. यहां बारिश के कारण उफान पर चल रही क्षिप्रा नदी में बड़े पूल से एक कार गिर गई, जिसमें उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल निनामा और आरक्षक आरती पाल सवार थे. हालांकि 12 घंटे बाद 5 किलोमीटर दूर थाना प्रभारी अशोक शर्मा और 15 किलोमीटर दूर केडी पैलेस के सुलियाखेड़ी के पास मिला सब इंस्पेक्टर मदनलाल निनामा का शव बरामद किया गया. हालांकि आरक्षक आरती पाल और कार की तलाश में अभी भी सर्चिंग टीम जुटी हुई है.
थाना प्रभारी अशोक शर्मा का शव बरामद
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि बेहद ही दुखद घटना हुई है. हमने तीन पुलिसकर्मी को खो दिया. इस कार उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल निनामा और आरक्षक आरती पाल सवार थे. उनहेल थाना क्षेत्र में एक 14 साल की बच्ची लापता हो गई थी, इसकी सूचना पर चिंतामणि की ओर जा रहे थे. आरक्षक आरती पाल गाड़ी चला रही थी. कार अनियंत्रित होकर पुल से नीचे जा गिरी. रातभर से सर्चिंग टीम खोजबीन में जुटी हुई है. वहीं आज सुबह से NDRF की टीम सर्चिंग कर रही है. भैरोगढ़ पुल से एक शव बरामद किया गया है, जो थाना प्रभारी अशोक शर्मा का है. फिलहाल दो की तलाश जारी है.
क्षिप्रा नदी में गिरी कार
दरअसल, बारिश के कारण क्षिप्रा नदी उफान पर हैं, इसलिए सुरक्षा के लिए नदी पर स्थित बड़े पूल पर शनिवार रात एएसआई लोकेश सिंह तोमर तैनात थे. इसी दौरान जूना सोमवारिया की ओर से आ रही कार पूल पर पहुंचते ही अनियंत्रित हो गई और रेलिंग नहीं होने से नीचे नदी में जा गिरी.
चार घंटे रेस्क्यू के बाद भी नहीं मिला सुराग
जब तक किसी को कुछ सूझता इससे पहले ही पानी के तेज बहाव में कार डूब गई. सूचना मिलते ही एसपी प्रदीप शर्मा, निगमायुक्त अभिलाष मिश्रा, अपर आयुक्त संतोष टैगोर, एनडीआरएफ, होमगार्ड, नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन रात एक बजे तक अभियान चलाने के बावजूद कार और उसमें सवारों का कोई सुराग नहीं मिल सका.
एसपी प्रदीप शर्मा के मुताबिक, उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल निनामा और आरक्षक आरती पाल ग्राम गुराडिया सांगा लापता महिला की तलाश के लिए कार से चिंतामणि जा रहे थे. इसी दौरान कार पूल से नदी में जा गिरी.
भीड़ बनी आफत
घटना के बाद पुलिस प्रशासन और सर्चिंग टीम को अंधेरे के कारण काफी परेशानी होती नजर आई अधिकारी ने टॉर्चों के साथी सभी वाहनों की हेडलाइट से नदी में उजाला करने का प्रयास किया. इस दौरान घटना का पता चलते ही बड़े पूल पर सैकड़ों लोग जमा हो गए, जिन्हें हटाने में पुलिस को काफी मशक्कत करना पड़ रही थी. आशंका थी कि रेलिंग नहीं होने से कोई और नदी में ना गिर जाए.
पुलिसकर्मी होने की शंका
रविवार सुबह करीब 6:30 बजे प्रशासन ने 13 वोट को नदी में उतर कर सर्चिंग अभियान शुरू किया, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. हालांकि इस बीच जानकारी मिली कि कार में तीन लोग सवार थे. इनमें दो एसआई और एक महिला आरक्षक थी.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शंका की वजह तीनों को कॉल किया जा रहा है, लेकिन कोई कॉल अटेंड नहीं कर रहा है. हालांकि कर निकालने और उसमें निकले लोगों की श्रीनाथ के वादी स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकेगा.
प्रत्यक्षदर्शी ने बताई कैसे हुई घटना
प्रत्यक्षदर्शी अमन गोयल ने बताया कि वह गणेश विसर्जन कर रात 8.55 बजे अपनी बहन के साथ एक्टिवा से लौट रहे थे. इसी दौरान जूना सोमवारिया की ओर से आ रही व्हाइट क्रेटा कार बड़े पुल से क्षिप्रा नदी में गिर गई. कार में मैंने आगे चालक सहित दो लोगों को सवार देखा. पीछे की सीट पर कोई था या नहीं इसकी जानकारी नहीं है.
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