Nagalwadi Irrigation Project : मध्य प्रदेश के बड़वानी में 1173 करोड़ रुपये की सिंचाई परियोजना को लेकर पहले बड़े-बड़े दावे किए जा रहे थे. लेकिन अब जमीनी स्तर पर सारे दावे फेल होते हुए दिखाई दे रहे हैं. हर रोज पाइप लाइन फूट जाने से किसान परेशान हो रहे हैं. पानी की बर्बादी हो रही है. बता दें, बड़वानी जिले के नागलवाड़ी, सलीकला ,सीतापुरी और ग्राम के आसपास के क्षेत्र के सैकड़ों किसानों को नागलवाड़ी माइक्रो लिफ्ट सिंचाई परियोजना की कार्य शैली से किसान अपने आपको एक ठगा सा महसूस कर रहे हैं. नागलवाड़ी माइक्रो लिफ्ट सिंचाई परियोजना, जिससे मध्य प्रदेश के खरगोन और बड़वानी जिलों के किसानों की सिंचाई की समस्याओं को हल करने के लिए शुरू किया गया था.
यह पाइपलाइन आप सिर दर्द बनी हुई
अभी भी अपनी समस्याओं के कारण विवादों में रह गया. यह परियोजना यहां आए दिन पाइपलाइन फूट जाने से किसानों के खेतों में पानी घुसता है, और तालाब सा बन जाता है. तो, वहीं किसानों की खेती भी प्रभावित हो रही है. जब पाइपलाइन फूटती है, तो दूसरे खेतों में पानी नहीं पहुंचता है, जिस खेत सूखे रह जाते हैं कहीं ना कहीं किसानों के लिए यह पाइपलाइन आप सिर दर्द बनी हुई है.
सवाल: कब तक एक्शन लेगा विभाग
बता दें, नागलवाड़ी माइक्रो लिफ्ट सिंचाई परियोजना को लेकर किसान कई बार संबंधित अधिकारियों को इस मामले की जानकारी दे चुके हैं, पर इसका समाधान नहीं हो पाया. पाइप लाइन के लीकेज से जहां, एक तरफ पानी की बर्बादी होती है, वहीं दूसरी ओर पानी खेतों में भर जाता है. इसके चलते किसानों की फसलें प्रभावित होती हैं. अब देखना होगा इस पूरे मामले पर क्या सिंचाई विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कोई ठोस कदम उठाते हैं, या नहीं.
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