MP Farmers Protest: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के बदरवास क्षेत्र में मक्का के दाम गिरने से परेशान किसानों का गुस्सा आखिर फूट पड़ा. लुकवासा अनाज मंडी में फसल की उचित कीमत नहीं मिलने से नाराज किसानों ने नेशनल हाईवे 46 पर चक्काजाम कर दिया. करीब दो घंटे तक सड़क पूरी तरह जाम रही और वाहनों की लंबी कतारें लग गईं. किसानों का कहना है कि जब तक उन्हें सही दाम नहीं मिलते, उनका विरोध जारी रहेगा.
मंडी में मक्का के दाम गिरने से भड़के किसान
लुकवासा अनाज मंडी में किसानों को मक्का के दाम केवल 900 से 1000 रुपये प्रति क्विंटल मिल रहे हैं. किसानों का कहना है कि यह कीमत उनकी लागत भी नहीं निकाल पा रही. खराब मौसम के कारण मक्का के दाने कमजोर हुए, जिसका फायदा उठाकर व्यापारी औने-पौने दाम में खरीददारी कर रहे हैं. यही वजह है कि किसान लगातार नाराज चल रहे हैं.
पंद्रह दिन में दूसरा बड़ा प्रदर्शन
यह पहला मौका नहीं है जब किसानों ने लुकवासा में विरोध जताया हो. कम दाम मिलने के कारण यह पिछले 15 दिनों में किसानों का दूसरा बड़ा आंदोलन है. उनका कहना है कि स्थिति लगातार खराब हो रही है और सरकार या प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम दिखाई नहीं दे रहा.
ये भी पढ़ें- सरेराह मर्डर! काम पर जा रही युवती को युवक ने रोका, फिर चाकू से किए कई वार; परिजन ने बताई ये वजह
अन्य जगहों पर बेहतर दाम
किसानों के गुस्से की बड़ी वजह यह भी है कि अन्य राज्यों में मक्का के अच्छे दाम मिल रहे हैं. उनका कहना है कि पंजाब में मक्का 2400 रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रहा है, जबकि उनकी मंडी में अधिकतम भाव 1200 रुपये तक ही पहुंच रहा है. किसान कम से कम 1800 से 2000 रुपये प्रति क्विंटल का भाव मां रहे हैं, ताकि वे अपनी लागत और नुकसान की भरपाई कर सकें.
हाईवे पर दो घंटे जाम, वाहनों की लंबी कतारें
मंगलवार दोपहर किसानों ने नेशनल हाईवे 46 पर चक्काजाम किया. इससे सड़क के दोनों ओर भारी संख्या में वाहन फंसे रहे. यात्रियों को भीषण परेशानी का सामना करना पड़ा और आवागमन पूरी तरह ठप हो गया. कई लोग घंटों सड़क पर फंसे रहे.
ये भी पढ़ें- 'हिड़मा के आतंक का अंत, बस्तर में लौट रहा शांति का वसंत'; सुरक्षाबलों की सफलता पर सीएम साय ने दी बधाई
अधिकारियों से चर्चा के बाद भी जारी रहा विरोध
जाम की सूचना मिलते ही कोलारस एसडीओपी संजय मिश्रा, एसडीएम अनूप श्रीवास्तव और तहसीलदार मौके पर पहुंचे. अधिकारियों ने किसानों से बातचीत कर आंदोलन खत्म करने की अपील की और समस्या के समाधान का भरोसा दिया. लेकिन देर शाम तक किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे. उनका कहना है कि जब तक उन्हें मक्का के उचित दाम नहीं मिलते, विरोध जारी रहेगा.