Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मप्र में गठबंधन की संभावनाओं पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सीएम कमलनाथ ने सोमवार को कहा है कि ‘इंडिया' विपक्षी गठबंधन का फोकस लोकसभा चुनाव पर है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर यह गठबंधन मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी होता है, तो अच्छा रहेगा.
दरअसल, कमलनाथ ने यह टिप्पणी मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और आम आदमी पार्टी (आप) जैसे ‘इंडिया' गठबंधन के सदस्यों के साथ विधानसभा चुनाव में साझेदारी को लेकर पूछे के सवाल के जवाब में कही. आपको बता दें कि ‘इंडिया' गठबंधन ने भोपाल में अक्टूबर के पहले सप्ताह में होने वाली एक संयुक्त रैली रद्द कर दी थी.
अखिलेश ने दिया साथ का भरोसा
वहीं, समाजवादी पार्टी के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि सपा से कई तरह की बातचीत हुई है. हम चाहते हैं कि भाजपा को हराने के लिए सपा हमारा समर्थन करे और वे इसमें रुचि भी रखते हैं. मैं भाजपा को हराने के उनके लक्ष्य के लिए अखिलेश यादव (सपा प्रमुख) को धन्यवाद देता हूं. कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने मुझसे कहा कि हम भाजपा को हराने के लिए एक साथ हैं. हालांकि, कमलनाथ ने कहा कि चुनावी साझेदारी के लिए सहयोगियों के साथ कुछ जटिलताएं हैं, क्योंकि कांग्रेस को स्थानीय स्थिति पर विचार भी करना होगा.
गठबंधन में ये आ रही है समस्या
कांग्रेस नेता ने कहा कि मध्य प्रदेश में गठबंधन में कुछ मुश्किलें हैं. उन्होंने कहा कि सपा कहती है कि हम कांग्रेस के उम्मीदवार को टिकट देंगे, लेकिन हमारा प्रत्याशी कहता है कि हम सपा के चुनाव चिह्न पर नहीं लड़ना चाहते हैं, तो क्या करें? ऐसी बातें सामने आई हैं. ऐसे ही कई व्यावहारिक मुद्दे हैं.
ये भी पढ़ें: राज्य इकाई में बगावत पर बोले कमलनाथ : ''4000 लोगों ने जताई थी इच्छा..हर किसी को टिकट नहीं मिल सकता''
सपा और आप हैं I.N.D.I.A. के घटक
दरअसल, मध्य प्रदेश चुनाव के लिए सपा ने अब तक नौ उम्मीदवारों की घोषणा की है, जबकि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) ने 39 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया है. सपा नेता यश भारतीय ने रविवार को कहा कि पार्टी फिलहाल सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है. मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी ने एक सीट - छतरपुर जिले की बिजावर पर जीत दर्ज की थी.
जीतकर भी सत्ता से बाहर हो गई थी कांग्रेस
चुनाव के बाद सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद कांग्रेस बहुमत से पीछे रह गई थी, तब बहुजन समाज पार्टी (बसपा)के दो, सपा के एक और चार निर्दलीय विधायकों ने तत्कालीन कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन दिया था. करीब 15 महीने सत्ता में रहने के बाद मार्च 2020 में कमलनाथ सरकार गिर गई थी.
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए एक ही चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी.
ये भी पढ़ें: 'मैं सत्ता के सिंहासन पर बैठकर मुख्यमंत्री नहीं बना, मैं तो...' शहडोल पहुंचकर बोले CM शिवराज