
Minister Vijay Shah clarification in the warehouse case : भारतीय खाद्य निगम व मप्र वेयर हाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कार्पोरेशन द्वारा 176 वेयरहाउस को ब्लैक लिस्ट किया है. इसमें खंडवा (Khandwa) के खालवा स्थित दिव्य शक्ति वेयर हाउस के खिलाफ भी ब्लैक लिस्ट की कार्रवाई की है. इस ब्लैक लिस्ट की कार्रवाई में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विजय शाह का नाम सामने आने के बाद नाराज मंत्री विजय शाह ने सफाई दी है . मंत्री शाह ने कहा मेरे नहीं मेरे बेटे के नाम पर (दिव्यशक्ति) वेयर हाउस है. इसमें मेरा नाम मीडिया में नहीं चलाया जाना चाहिए.
क्वालिटी और वजन पर शंका जाहिर नहीं की
मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री शाह ने बेटे के वेयर हाउस के बचाव में मंत्री शाह ने तथ्यों को रखते हुए कार्रवाई पर सवाल भी खड़े किए. मंत्री शाह बोले मैं तथ्यात्मक जानकारी देना चाहता हूं. वह गोदाम मेरा नहीं, मेरे बेटे (जिला पंचायत उपाध्यक्ष दिव्यदित्य शाह की ओर इशारा) के नाम पर है. मैं पूरी जानकारी लेकर आया हूं. दिसंबर में FCI के लोगों ने कहा कि तौल में वेरिएशन आ रहा है. इसके बाद हमने उनसे कहा कि एक किमी दूर दूसरा वेयर हाउस है. आप वहां के कांटे पर यहां से माल ले जाकर चेक कराकर ले जाए. 13 दिसंबर से 12 फरवरी तक 18 बार मार्केटिंग और खाद्य विभाग हमारे वेयर हाउस से माल उठा कर ले गया. लेकिन किसी ने क्वालिटी और वजन पर शंका जाहिर नहीं की और न ही शिकायत हुई. इसकी बाकायदा मेरे पास लिस्ट है. वहीं 12 फरवरी को एफसीआई के लोग गोदाम से माल लेने आते हैं. वे 12, 13 और 14 को माल उठाते हैं क्योंकि उनके मन में हमारे वेयर हाउस के तौल कांटे के प्रति शंका थी. उन्होंने बाजू के कांटे से माल तौला और ले गए. 15 फरवरी को मेरा गोदाम खाली हो गया. मंत्री शाह ने कहा मेरे पास आज तक कोई लिखित दस्तावेज नहीं आया है.
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ये है मामला
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) और मध्यप्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन ने गुरुवार को प्रदेश के 176 वेयरहाउस और गोदाम को ब्लैक लिस्ट किया है. जिसमें खंडवा जिले के दो वेयरहाउस हैं. एक पुनासा के पास पामाखेड़ी का मां नर्मदा वेयर हाउस है. जहां एफसीआई ने एप्रोच रोड की समस्या बताई है. वहीं दूसरा वेयरहाउस खालवा का दिव्यशक्ति है, जो जनजातीय मंत्री विजय शाह का है. इस वेयरहाउस में तौलकांटे में गड़बड़ी होना बताया गया है. इन गोदामों में अनाजों का भंडारण नहीं किया जाएगा.
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