Kerwa Dam Accident: भोपाल के प्रसिद्ध केरवा डैम पर मंगलवार को बड़ा हादसा टल गया. डैम के गेट के ऊपर बना सीमेंट क्रांक्रीट का भारी स्लैब अचानक गिर गया. गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन इस घटना ने प्रशासन की लापरवाही उजागर कर दी. हादसे के बाद राज्य सरकार हरकत में आ गई है. प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि अब केरवा डैम का फुट ओवर ब्रिज पूरी तरह नया बनाया जाएगा और पूरे प्रदेश के पुराने डैमों की सुरक्षा जांच की जाएगी.
स्लैब गिरने से मची अफरा-तफरी
दरअसल, मंगलवार को केरवा डैम के ऊपर बने ब्रिज का बड़ा सीमेंट स्लैब नीचे गिर गया. यह स्लैब डैम के गेट के ठीक ऊपर बना हुआ था. डैम में कुल आठ गेट हैं. हादसे के बाद लोगों में अफरा-तफरी मच गई. राहत की बात यह रही कि कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन यह घटना सुरक्षा इंतजामों की पोल खोलती नजर आई. न तो मौके पर लोगों को रोकने के इंतजाम थे, न ही जल संसाधन विभाग के अधिकारी सक्रिय दिखे. बताया जा रहा है कि डैम इंचार्ज नितिन कुहिकर ने इस पर कोई प्रतिक्रिया देने से भी इनकार कर दिया.
मंत्री तुलसी सिलावट ने दिए सख्त निर्देश
हादसे के तुरंत बाद जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने विभागीय अधिकारियों को तलब किया और कहा कि ऐसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि केरवा डैम का फुट ओवर ब्रिज पूरी तरह नया बनाया जाए. इसके साथ ही, डैम के आने-जाने वाले सभी गेट भी नए बनाए जाएंगे.
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प्रदेश के पुराने डैम होंगे अपग्रेड
मंत्री सिलावट ने बताया कि मध्य प्रदेश के सभी डैम जिनके गेट 25 साल या उससे पुराने हैं, उन्हें बदला जाएगा. साथ ही, सभी डैम के फुट ओवर ब्रिज भी नए बनाए जाएंगे ताकि किसी तरह की दुर्घटना न हो. सभी डैमों को A, B और C लेवल की ग्रेडिंग में बांटा जाएगा, जिसमें “A” ग्रेड सबसे पुराने गेट और “C” ग्रेड सबसे नए गेट को दर्शाएगा.
5 महीने में पूरा होगा डैम का नवीनीकरण
सरकार ने केरवा डैम के नवीनीकरण के लिए 5 महीने का लक्ष्य तय किया है. इस दौरान डैम के सभी गेट ऑटोमैटिक सिस्टम से लैस किए जाएंगे. मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि हर 30 दिन में निर्माण कार्य की प्रगति रिपोर्ट सौंपी जाए. साथ ही, पूरे प्रदेश में होने वाले कार्यों का एस्टीमेटेड बजट 6 दिनों के भीतर तैयार करने को कहा गया है
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स्थानीय बोले- अब उस पार कैसे जाएंगे?
घटना के समय मौजूद एक चश्मदीद ने बताया कि यह स्लैब करीब 50 साल पुराना था. मानसून के दौरान हर शनिवार और रविवार को हजारों लोग डैम और उसके आसपास की खूबसूरत वादियों को देखने आते हैं. पिछले कुछ वर्षों में यहां लाखों पर्यटक पहुंचे हैं. आम दिनों में भी सौ से दो सौ लोग रोजाना घूमने आते हैं, जिनमें अधिकतर स्थानीय निवासी होते हैं. अब जब ब्रिज का हिस्सा गिर गया है, लोगों को उस पार जाने के लिए लंबा चक्कर लगाना पड़ेगा.