ITU World Telecommunication Standardization Assembly 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और सिंधिया ने नई दिल्ली के भारत मंडपम (Bharat Mandapam) में आईटीयू-डब्ल्यूटीएसए (ITU World Telecommunication Standardization Assembly) का उद्घाटन किया. यह कार्यक्रम पहली बार भारत और एशिया-प्रशांत क्षेत्र (Asia-Pacific) में आयोजित किया जा रहा है. 190 से अधिक देशों के 3,000 उद्योग नेता, नीति-निर्माता और तकनीकी विशेषज्ञ आईटीयू-डब्ल्यूटीएसए में भाग ले रहे हैं. इसके साथ ही यहां प्रधानमंत्री मोदी ने 8वें इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 (India Mobile Congress 2024) का भी उद्घाटन किया.
#WATCH दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ITU विश्व दूरसंचार मानकीकरण असेंबली 2024 का उद्घाटन किया। pic.twitter.com/bUJi9OgDB4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 15, 2024
हम मानक पर भी विशेष ध्यान दे रहे हैं: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज भारत टेलीकॉम और उससे जुड़े तकनीक के मामले में दुनिया के सबसे हैपनिंग देशों में से एक है. भारत में जहां 120 करोड़ मोबाइल फोन उपयोगकर्ता हैं, 95 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं, जहां दुनिया के 40% से अधिक वास्तविक समय में डिजिटल ट्रांसेक्शन होते हैं, जहां डिजिटल कनेक्टिविटी को अंतिम-मील वितरण प्रभावी उपकरण के रूप में दिखाया गया है, वहां पर चर्चा वैश्विक दूरसंचार की स्थिति और भविष्य पर चर्चा वैश्विक गुड का माध्यम बनेगा."
Today's event marks a significant convergence of standards and services. India is currently prioritizing the delivery of high-quality services while simultaneously emphasizing the importance of our standards. The expertise shared at WTSA will undoubtedly infuse India with renewed… pic.twitter.com/XoEcA6HVty
— PIB India (@PIB_India) October 15, 2024
In 2014, there were only two mobile manufacturing units in India and today, there are more than 200 units. Today we are manufacturing 6 times more mobile phones in India than before
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Today, our identity is that of a mobile exporter country and we have not stopped here. From… pic.twitter.com/8paFJWnBJp
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "2014 में भारत में केवल दो मोबाइल विनिर्माण इकाइयां थीं और आज 200 से अधिक हैं. पहले हम ज्यादातर फोन विदेशों से आयात करते थे, आज हम भारत में पहले की तुलना में 6 गुना अधिक मोबाइल फोन का निर्माण कर रहे हैं. हम एक मोबाइल निर्यातक देश के रूप में जाने जाते हैं और हम यहीं नहीं रुके हैं, अब हम दुनिया को चिप्स से लेकर तैयार उत्पाद तक पूरी तरह से मेड-इन-इंडिया फोन उपलब्ध कराने में लगे हुए हैं. हम भारत में सेमीकंडक्टर में भी भारी निवेश कर रहे हैं."
सिंधिया ने क्या कहा?
#WATCH केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "पहले जमाने में मोबाइल और टेलीकॉम को केवल दूरभाष का संसाधन समझा जाता था और पीएम मोदो के दूरदर्शी नेतृत्व के आधार आज ये एक-एक व्यक्ति को विश्व के साथ और भारत में एक-एक व्यक्ति को दूसरे के दिलों के साथ जोड़ने का संसाधन बन… https://t.co/0svF4zU7GE pic.twitter.com/o6qeVmiIT5
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केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "पहले जमाने में मोबाइल और टेलीकॉम को केवल दूरभाष का साधन समझा जाता था और पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के आधार आज ये एक-एक व्यक्ति को विश्व के साथ और भारत में एक-एक व्यक्ति को दूसरे के दिलों के साथ जोड़ने का संसाधन बन चुका है. भारत में टेलीकॉम का महत्व केवल टीवी, इंटरनेट और फोन के साथ जोड़ने का नहीं है लेकिन भारत में अगर एक परिवार को मोबाइल और इंटरनेट की सेवा मिल जाता है तो वह बैंकिंग, वेलफेयर स्कीम और संपूर्ण विश्व के साथ जुड़ गया है." आईटीयू-जीएसएस 15 से 24 अक्टूबर 2024 के दौरान भारत के नई दिल्ली में होने वाली विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (डब्ल्यूटीएसए) के लिए मंच तैयार करेगा.
सिंधिया ने कहा, “यह ऐतिहासिक सभा भारत के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण का प्रतीक है. हम वैश्विक मानकों के भविष्य को आगे बढ़ाएंगे, सभी के लिए कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेंगे और अपनी तकनीकी क्षमता को प्रदर्शित करेंगे.”
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