MP News in Hindi : टीकमगढ़ जिले में गरीब लोगों को राशन के साथ उचित मूल्य की दुकानों से घटिया ओर कंकड़ पत्थर वाला नमक दिया जा रहा है...जिससे जिले के लाखों उपभोक्ता परेशान देखे जा रहे है. जिले में खाद्य विभाग के की तरफ से उचित मूल्य की दुकानों पर यह नमक बेच कर जिले के लाखों गरीब परिवारों की जान के साथ जानबूझकर खिलवाड़ किया जा रहा है. ऐसे में परेशान उपभोक्ताओं पर देखे जा रहे हैं और उनकी सुनने वाला कोई नहीं हैं. तकरीबन 6 महीने से इलाके के लोग यही गंदा नमक इस्तेमाल करने को मजबूर है.
कितने परिवार के साथ खिलवाड़ ?
जिले के 218,468 गरीब परिवारों को हर महीने राशन के साथ जो नमक दिया जाता है, उस नमक की हजारों लोगों ने शिकायत की है. यह नमक काफी घटिया किस्म का है, जिसमें कंकड़-पत्थर निकलते हैं, और सब्जी और आटे में डालने पर इसका रंग काला हो जाता है और उसका स्वाद भी खराब होता है. लोगों का कहना है कि उन्हें सही नमक दिया जाए.
डॉक्टरों ने भी दी हिदायत
जिले के वरिष्ठ डॉक्टरों ने भी माना है कि यह नमक गुणवत्ता में ठीक नहीं है और इसमें कंकड़-पत्थर मिले हैं, जो खाने से जानलेवा बीमारियों का खतरा बना रहता है, जैसे कि लिवर, किडनी और अन्य बीमारियां. इसलिए इस नमक को तुरंत बंद कर देना चाहिए, क्योंकि यह जानलेवा साबित हो सकता है.
लोगों ने जाहिर की नाराज़गी
लोगों ने NDTV को बताया कि यह नमक बहुत घटिया क्वालिटी का है, जिसे जानवर भी नहीं खाते. प्रशासन इसे जानबूझकर इंसानों को खिला रहा है, जो लोगों की जिंदगी के साथ घिनौना कृत्य कर रहे हैं. महिलाएं बताती हैं कि जब वे खाना पकाती हैं, तो इस नमक की क्वालिटी पता चलती है. नमक के पैकेट से कंकड़ निकलते हैं, और जब इसे सब्जियों में डाला जाता है, तो उसका रंग सफेद से काला हो जाता है और स्वाद भी अजीब लगता है.
सेहत के लिए सही नहीं ये नमक
यह नमक बंद कर देना चाहिए. यदि हम गरीब हैं, तो कुछ भी खिला दिया जाता है. खाद्य विभाग की यह बहुत बड़ी लापरवाही है. कहीं लोग यह नमक खाते-खाते अपनी जान न गंवा दें और जिले के लाखों गरीब परिवारों को गंभीर बीमारियों का शिकार न होना पड़े.
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मामले में क्या बोले ज़िम्मेदार
जिला खाद्य अधिकारी ने कहा कि ऐसा नहीं है, नमक सही आ रहा है. उसका रंग इसलिए काला हो जाता है, क्योंकि उसमें आयरन और फोलिक एसिड रहता है. जब उनसे कंकड़ पत्थर के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि यदि ऐसा है, तो उसकी सैंपलिंग करवाई जाएगी और राज्य शासन को अवगत करवाया जाएगा.
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