
Dead Women Alive: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में सोमवार को एक अजीबोगरीब मामला सामने आया. जब एक महिला को खुद को जिंदा साबित करने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटना पड़ रहा है. पिछले 10 महीने से पीड़िता खुद को जिंदा साबित करने के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
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समग्र आईडी पोर्टल पर पीड़िता मृत घोषित कर दिया गया
पीड़िता के मुताबिक अगस्त 2024 में समग्र आईडी पोर्टल पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था. इससे उसे लाडली बहना योजना, संबल योजना, आयुष्मान कार्ड और दीनदयाल योजना जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना बंद हो गया है. पति की मौत के बाद बेसहारा हुई पीड़िता ने मदद के लिए प्रशासन से गुहार लगाई, लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला है.
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पीड़िता ने सीएम और पीएम से मामले में हस्तक्षेप की गुहार की
गौरतलब है 10 महीने तक दफ्तरों के चक्कर काट कर जार-जार हुई पीड़िता ने प्रशासन से अपील की है कि जल्द से जल्द उनकी समग्र आईडी की गलती सुधारी जाए, ताकि वह सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाकर अपना और अपने बच्चों का भरण-पोषण कर सके. पीड़िता ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है.
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