
Guna High Profile Murder Case: गुना जिले के चर्चित पारदी हत्याकांड मामले में फरार बर्खास्त एसआई रामवीर सिंह कुशवाह उर्फ दाऊ की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस और प्रशासन दो साल बाद भी हलकान है. बीते शुक्रवार को डीजीपी ने पूर्व एसआई रामवीर कुशवाह पर घोषित 30,000 रुपए इनामी राशि को बढ़ाकर 50,000 कर दिया है.
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फरार SI रामवीर कुशवाह की जानकारी देने वाले को मिलेंगे पूरे 50 हजार इनाम
फरार मुख्य आरोपी एसआई रामवीर कुशवाह की जानकारी देने वाले को अब पूरे 50 हजार रुपए का इनाम में दिया जाएगा. इससे पहले रामवीर कुशवाह पर 30 हजार रुपए का इनाम घोषित थी.बता दें, फरार एसआई की संपत्ति कुर्क करने का आदेश हाईकोर्ट पहले दी गई थी, लेकिन साल 2025 से लापता रामवीर कुशवाह की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो सकी है.
बहुचर्चित आत्माराम पारदी के मामले में मुख्य आरोपी है एसआई रामवीर कुशवाह
साल 2023 से लापता पूर्व एसआई रामवीर कुशवाह बहुचर्चित आत्माराम पारदी के मामले में मुख्य आरोपी हैं. हाई कोर्ट की सख्ती के बाद मामले में सक्रिय हुई CID लगातार कुशवाह की गिरफ्तारी को लेकर कार्रवाई कर रही है और एक धारा भी बढ़ा चुकी है. घर समेत जगह-जगह उसे पेश होने के नोटिस चस्पा किए है,, लेकिन अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
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दो साल से फरार है रामवीर, CID के प्रतिवेदन पर बढ़ा इनामी राशि
डीजीपी ने दो बर्खास्त एसआई की इनामी राशि 30 हजार से बढ़ाकर 50 हजार करने का आदेश सीआईडी के प्रतिवेदन पर जारी किया. आदेश जारी करने के बाद डीआईजी ने कहा कि जो कोई भी व्यक्ति आरोपी रामवीर सिंह पिता सुखवीर सिंह कुशवाह निवासी सोनी कालोनी गुना जिला गुना के बारे में सूचना देगा उसका नाम गोपनीय रखा जाएगा.
साथियों संग मिलकर SI ने आत्माराम पारधी की हत्याकर छुपा दी लाश
वर्ष 2015 में सब इंस्पेक्टर रामवीर सिंह उर्फ दाऊ ने अपने साथियों के साथ मिलकर आत्माराम पारधी नामक युवक की हत्याकर उसकी लाश को छुपा दी थी और आज तक मृतक की लाश बरामद नहीं हो सकी है. मामला पुलिस से सीआईडी को सौंपा गया और ग्वालियर हाईकोर्ट के दखल के बाद जगह-जगह छापेमारी की, लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी.
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अपराधियों को संरक्षण देता था बर्खास्त सब इंस्पेक्टर रामवीर कुशवाह
हाईकोर्ट की फटकार के बाद जगह जगह की गई छापेमारी में सब इंस्पेक्टर से जुड़े कई नए खुलासे भी हुए थे. सीआईडी की छापेमारेी में आरोपी रामवीर सिंह के घर अपराधियों के साथ कुछ फ़ोटो बरामद हुए थे, जिससे अनुमान लगा कि उसके अपराधियों के साथ संबंध थे. उस पर दिल्ली डकैती कांड में शामिल बदमाशों को संरक्षण देने का भी आरोप लगा है.
SI से प्रताड़ित होकर ASI मोहब्बत सिंह रघुवंशी ने कर ली थी आत्महत्या
आरोप है कि फरार रामवीर सिंह कुशवाह की प्रताड़ना से तंग आकर एक ASI ने आत्महत्या कर ली थी. धरनावदा थाने के झागर चौकी प्रभारी ASI मोहब्बत सिंह रघुवंशी ने रामवीर कुशवाह की प्रताड़ना से तंग आकर गत 16 फरवरी 2008 को पुलिस चौकी में फांसी लगा ली थी और सुसाइड नोट में रामवीर कुशवाहा की प्रताड़ना का जिक्र किया था.
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