Mahakumbh 2025 Crowd: सनातन के सबसे बड़े संगम और दुनिया के सबसे बड़े मेले, महाकुंभ 2025 पर पूरी दुनिया की नजर टीकी हुई है. संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के लिए भक्तों का जमावड़ा 15 दिन पहले से प्रयागराज पहुंचना शुरू हो गया है. इसके लिए शासन-प्रशासन ने भी खास तैयारियां की है. महाकुंभ (Mahakumbh) की शुरुआत से पहले हिन्दू धर्म के प्रमुख अखाड़े भी यहां पहुंच चुके हैं. मेले की शुरुआत से एक दिन पहले, 12 जनवरी को गंगा नदी में लगभग 50 लाख भक्तों ने डूबकी लगाई.
भारी भिड़ के लिए सरकार की खास तैयारियां
144 साल बाद लगने वाले महाकुंभ में करीब 40 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है. महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं को सुविधा के साथ ही सुगम स्नान कराने के लिए योगी सरकार ने कई खास प्रयास किए हैं. महाकुंभ के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा, 13 जनवरी से एक दिन पहले ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने संगम स्नान कर पुण्य लाभ लिया.
पौष पूर्णिमा के पहले स्नान पर्व से पूर्व रविवार को लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं ने संगम त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई. बड़ी संख्या में साधु संतों के साथ ही पुरुषों, महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों ने संगम में डुबकी लगाई. इससे पूर्व शनिवार को भी 33 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया था.
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13 अखाड़े संगम नगरी में मौजूद
स्नान पर्व से पूर्व सभी प्रमुख साधु संत अखाड़ा क्षेत्र में प्रवेश कर चुके हैं. महाकुंभ में सभी अखाड़ों का छावनी प्रवेश पूरा हो चुका है. रविवार को श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन का छावनी क्षेत्र में प्रवेश हो गया है. इसके साथ ही महाकुंभ में सनातन के ध्वजवाहक 13 अखाड़ों की छावनी क्षेत्र में मौजूदगी दर्ज हो गई. 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर पहले अमृत स्नान पर सभी अखाड़े अपने क्रम के अनुसार स्नान करेंगे.
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