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MahaKumbh 2025: भारी भीड़ के दौरान 'संगम' की इस तरह होगी निगरानी और सुरक्षा, भोपाल में बनाया गया स्पेशल Fire Safety Boat

Mahakumbh 2025 Safety Measures: महाकुंभ मेला 2025 के दौरान भक्तों की भारी भीड़ की आशंका के बीच योगी सरकार ने त्रिवेणी संगम के सभी तटों की खास सुरक्षा और निगरानी के लिए पूरी प्लानिंग कर ली है. आइए आपको बताते हैं कि प्रयागराज में सुरक्षा के लिए नदियों में क्या इंतजाम किए गए हैं.

MahaKumbh 2025: भारी भीड़ के दौरान 'संगम' की इस तरह होगी निगरानी और सुरक्षा, भोपाल में बनाया गया स्पेशल Fire Safety Boat
Maha Kumbh 2025 Special Safety: सरकार ने की भक्तों की भीड़ संभालने के लिए खास तैयारी

Mahakumbh 2025 Security: महाकुंभ में सनातन धर्म की सबसे बड़े आस्था की डुबकी लगाने आ रहे करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा योगी सरकार (UP Government) की प्राथमिकता बनी हुई है. संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ 2025 सुरक्षा के लिए खास तैयारी जोरों-शोरों से चल रही हैं. 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक यहां भक्तों की भारी भीड़ होने वाली है. इसी क्रम में, गंगा और यमुना नदियों की सुरक्षा और निगरानी (Safety and Security) के लिए बड़ी संख्या में जल पुलिस के जवानों को सरकार ने तैनात किया है. इसके अलावा, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बने खास फायर सेफ्टी बोट (Fire Safety Boat) को भी तैनात किया गया है.

अत्याधुनिक उपकरणों से लैस है जवान

महाकुंभ के लिए खास गंगा और यमुना नदी पर तैनात जवानों को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया गया है. इसमें अंडर वाटर ड्रोन और सोनार सिस्टम जैसे इक्विपमेंट्स उन्हें दिए गए हैं, जिससे जल पुलिस संगम के चप्पे-चप्पे पर निगरानी कर रही है. लाइफबॉय और एफआरपी स्पीड मोटर बोट जैसी चीजें तैनात रहेगी. किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए वेल ट्रेंड जल पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं.

जल पुलिस योजना के तहत खास तैयारी

जल पुलिस योजना के तहत अब तक प्रयागराज में करीब 2,500 जवान संगम के तटों की सुरक्षा के लिए तैनात कर दिए गए हैं. यहां अब तक तीन जल पुलिस स्टेशन बनाए गए हैं, जो श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 24 घंटे तत्परता से कार्यरत हैं. सभी तटों पर सुरक्षा की निगरानी जल पुलिस के कंट्रोल रूम से की जा रही है. जबकि, पूरे क्षेत्र में 17 जल पुलिस सब कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं. इस मैनपावर में मेले की शुरुआत से पहले और इजाफा किया जाएगा और इसमें करीब 1,300 जल पुलिस के जवान और जुड़ जाएंगे. इस तरह मेले के दौरान कुल मिलाकर 3,800 जल पुलिस के जवान तटों की सुरक्षा में मुस्तैद रहेंगे.

भोपाल में तैयार की गई खास फायर बोट

भोपाल में तैयार की गई खास फायर बोट

इस तरह से हो रही खास निगरानी 

8 किमी क्षेत्र में डीप वाटर बैरिकेडिंग की गई है, दो फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन बनाए गए हैं, जहां किसी भी अप्रिय घटना से बचाव के लिए जवानों की तैनाती की गई है. इसके अलावा, संगम क्षेत्र की सुरक्षा के लिए 11 एफआरपी स्पीड मोटर बोट तैनात की गई हैं. 6 सीटर इस बोट में जवान हर समय संगम क्षेत्र की निगरानी करते नजर आ रहे हैं.

इन उपकरणों के साथ तैयार है जल पुलिस

जल पुलिस के जवान दो किमी लंबी रिवर लाइन से भी लैस हैं, जो यमुना में ट्रैफिक कंट्रोल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. इसके अलावा, उन्हें 100 डाइविंग किट, 440 लाइफबॉय, 3 हजार से ज्यादा लाइफ जैकेट, 415 रेस्क्यू ट्यूब, 200 थ्रो बैग विद रोप, 29 टॉवर लाइट सिस्टम, एक अंडर वाटर ड्रोन और एक सोनार सिस्टम से लैस किया गया है. सभी अत्याधुनिक उपकरण जल पुलिस के जवानों को तटों की सुरक्षा के साथ-साथ जल में होने वाली हर तरह की गतिविधि की निगरानी और सुरक्षा में सक्षम बनाता है.

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भोपाल में तैयार की गई खास बोट

मध्य प्रदेश के भोपाल में महाकुंभ 2025 के लिए खास फायर सेफ्टी बोट बनाई गई है. प्रयागराज के लिए रवाना होने वाली फायर बोट पर उत्तर प्रदेश अग्निशमन एवं आपात सेवा लिखा गया है. बोट में 6-8 लोगों के बैठने की व्यवस्था है. डीजल से चलने वाली फायर वोट की मोटर आपात स्थिति में नोजल से गंगा-यमुना का पानी फेंकेगी. साथ ही, बोट पर सायरन सिस्टम भी लगा है. ऐसे कुल 6 फायर बोट प्रयागराज रवाना की जाएंगी.

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