Exclusive Interview With Namrata Rao: डॉक्यूमेंट्री एंग्री यंग मेन (Angry Young Men) काफी समय से सुर्खियों में बनी हुई है. बता दें, इस डॉक्यूमेंट्री में स्क्रिप्ट राइटर जावेद अख्तर (Javed Akhtar) और सलीम खान (Salim Khan) के जीवन की कहानी दिखाई गयी है. डॉक्यूमेंट्री में बताया गया है कि कैसे बॉलीवुड के दो दिग्गज स्क्रिप्ट राइटर जावेद अख्तर और सलीम खान ने काफी संघर्षों से बॉलीवुड में एक खास जगह बनाई. वहीं डॉक्यूमेंट्री को नम्रता राव (Namrata Rao) ने डायरेक्ट किया है. नमृता राव ने NDTV से बात की और डॉक्यूमेंट्री के बारे में काफी कुछ कहा.
डॉक्यूमेंट्री बनाने का किसका आइडिया था?
जब नम्रता राव से पूछा गया कि यह डॉक्यूमेंट्री बनाने का आइडिया आपको कैसे आया है? इसका जवाब देते हुए नम्रता ने कहा कि यह आइडिया मेरा नहीं जोया अख्तर का था. मैं जोया अख्तर के काफी प्रोजेक्ट्स एडिट कर चुकी हूं. मुझे जोया ने बताया था कि वह सलीम खान और जावेद अख्तर को लेकर एक डॉक्यूमेंट्री बनाना चाहती हैं और उसका नाम एंग्री यंग मैन होगा. मुझे यह सुनकर काफी अच्छा लगा.
जब जोया अख्तर ने किया फोन
नमृता ने आगे बात करते हुए कहा कि जब साल 2020 में कोरोना काल चल रहा था. उस वक्त जोया ने मुझे कॉल किया और कहा कि आप इस डॉक्यूमेंट्री को डायरेक्ट करना चाहोगी. मुझे यह सुनकर काफी अच्छा लगा और मैंने हां कह दिया.
सभी दिग्गजों से बात करने की जिम्मेदारी जोया की
नमृता ने आगे बात करते हुए कहा कि सीरीज में आपको काफी बड़े दिग्गज सेलिब्रिटीज दिखाई दिए. लेकिन इन सभी से बात करने की जिम्मेदारी जोया अख्तर की थी. मेरी एंट्री तो बाद में हुई है. जोया ने सलीम जी से बात की फिर उसके बाद सलमान खान की बहन अलवीरा से भी बात की. उसके बाद मैं साल 2021 में सलीम जी और सलमान खान और बाकी लोगों से मिली थी.
सभी दिग्गजों को साथ लाना आसान नहीं था
नमृता ने आगे बात करते हुए कहा कि बॉलीवुड के सभी दिग्गज सिलेब्रिटीज को साथ लाना बिल्कुल भी आसान नहीं था. इस डॉक्यूमेंट्री को बनाने में पूरे 3 साल लगे हैं, काफी लंबा वक्त लगा है क्योंकि ज्यादातर सेलिब्रिटीज अपनी शूटिंग में व्यस्त रहते थे.
काश यह डॉक्यूमेंट्री सिनेमाघरों में रिलीज होती
नम्रता ने आगे बात करते हुए कहा कि काश यह डॉक्यूमेंट्री सिनेमाघरों में रिलीज होती. क्योंकि रियल पर्सनैलिटीज को सिनेमाघरों में देखने का अलग ही मजा है. ये दोनों पर्सनैलिटीज अपने अंदाज में अपने एक्सपीरियंस सुनाते हैं. इसलिए मैं चाहती थी यह डॉक्यूमेंट्री ही हो और अच्छा होता अगर यह सिनेमाघरों में रिलीज होती.
इंदौर में की है डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग
नम्रता ने आगे बात करते हुए कहा कि हमने इस डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग इंदौर में की है. जहां सलीम खान का जन्म हुआ और जहां उन्होंने अपना बचपन बिताया. जिस स्कूल में सलीम खान पढ़े थे और जिस पुलिस स्टेशन में उनके पिताजी डीआईजी थे, वहां हमने शूट किया था.
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