
NDTV Opinion Poll: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में चुनावी बिगुल बज चुका है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों इस चुनावी युद्ध में एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं. छत्तीसगढ़ में 7 नवंबर और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा. विधानसभा चुनाव में फिर से कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार बनेगी या फिर बीजेपी सत्ता में आएगी, यह तीन दिसंबर को तय हो जाएगा.
इस बीच छत्तीसगढ़ में मतदाता का मूड जानने के लिए NDTV ने सीएसडीएस (CSDS)-लोकनीति (LOKNITI) के साथ मिलकर ओपिनियन पोल किया है. ये सर्वे 24 से 30 अक्टूबर के बीच 25 विधानसभा क्षेत्र में किया गया. इसका सैंपल साइज 2541 है. इस ओपिनियन पोल में छत्तीसगढ़ के चुनावी माहौल और मतदाता के रुख को समझने की कोशिश की गई कि क्या एक बार फिर छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार रिपीट हो रही है? या फिर छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन होगा और बीजेपी की सरकार बनेगी?. इसके अलावा भी कई अन्य मुद्दों पर जनता की राय ली गई कि वो वोट करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखेंगे.
महंगाई पर जनता की राय?
सर्वे में शामिल लोगों से महंगाई पर उनकी राय पूछी गई तो 76 फीसदी लोगों ने कहा कि महंगाई बढ़ी है, जबकि 10 प्रतिशत लोगों का मानना है कि महंगाई घटी है. वहीं, 12% का मानना है कि महंगाई पहले जैसी है.

बेरोजगारी पर जनता की राय?
छत्तीसगढ़ के मतदाताओं से बेरोजगारी पर उनकी राय पूछी गई तो 40 प्रतिशत लोगों ने कहा कि बेरोजगारी बढ़ी है, जबकि 20% लोगों का मानना है कि बेरोजगारी घटी है. वहीं, 35 फीसदी का मानना है कि स्थिति पहले जैसी है.

भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जनता की राय?
NDTV के ओपिनियन पोल में छत्तीसगढ़ की जनता से भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उनकी राय पूछी गई तो 62 प्रतिशत लोगों का मानना है कि भ्रष्टाचार बढ़ा है, जबकि 13% ने कहा कि भ्रष्टाचार घटा है. वहीं, 21 फीसदी का मानना है कि स्थिति पहले जैसी है.

क्या होगा छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा?
सर्वे में शामिल लोगों से पूछा गया कि इस बार उनके लिए विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा क्या होगा?. इस पर 28% लोगों ने कहा कि उनके लिए बेरोजगारी सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा होगा. वहीं, 14 प्रतिशत लोगों ने सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा महंगाई बताया, जबकि 12 फीसदी लोगों के लिए गरीबी सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा होगा. वहीं, 8 फीसदी के लिए पेयजल चुनावी मुद्दा होगा. 6% लोगों के लिए विकास में कमी और 6 प्रतिशत लोगों के लिए ही किसानों की समस्या सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा होगी. वहीं, 26 प्रतिशत के लिए अन्य चुनावी मुद्दा होगा.

किन मुद्दों पर जनता का ध्यान?
छत्तीसगढ़ के 71 प्रतिशत मतदाताओं के लिए गोरक्षा सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा है. वहीं 61 फीसदी वोटर्स के लिए आरक्षण, 52 फीसदी के लिए भर्ती घोटाले, 31 प्रतिशत के लिए नक्सल समस्या बड़ा चुनावी मुद्दा होगा.

छत्तीसगढ़ में जाति जनगणना होनी चाहिए?
सर्वे में शामिल लोगों से पूछा गया कि क्या छत्तीसगढ़ में जाति जनगणना होनी चाहिए?. 67 प्रतिशत लोगों ने इस पर सहमति जताई, वहीं, 19 फीसदी लोग इसके पक्ष में नहीं दिखे. जबकि 14 लोगों ने कहा कि उन्हें 'पता नहीं' है.

कौन बने मुख्यमंत्री?
सर्वे में छत्तीसगढ़ की जनता से पूछा गया कि वे अपने मुख्यमंत्री के रूप में देखते हैं. 39 फीसदी वोटर्स ने इस सवाल के जवाब में कांग्रेस के भूपेश बघेल का नाम लिया. जबकि 24 प्रतिशत लोगों ने बीजेपी के रमन सिंह के नाम पर मुहर लगाई. 8 फीसदी लोग बृजमोहन अग्रवाल के समर्थन में नजर आए. वहीं 4 प्रतिशत लोगों ने टीएस सिंह देव का नाम लिया. खास बात यह है कि 7 फीसदी लोगों ने 'बीजेपी से किसी और चेहरे' का विकल्प चुना.

छत्तीसगढ़ के वोटर किसे देखकर करेंगे वोट?
छत्तीसगढ़ के 36 प्रतिशत वोटर उम्मीदवार देखकर वोट करेंगे. वहीं 32 फीसदी लोग पार्टी, 15% लोग सीएम चेहरा, 10 प्रतिशत लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 3 फीसदी लोग राहुल गांधी को देखकर मतदान करेंगे.

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