Mahasamund Lok Sabha Seat: कभी कांग्रेस (Congress) का गढ़ माने जाने वाले छत्तीसगढ़ के महासमुंद लोकसभा क्षेत्र (Mahasamund Lok Sabha Seat) पर पिछले तीन बार से भाजपा (BJP) का कब्जा रहा है. इस लोकसभा क्षेत्र में आठ विधानसभा सीटें हैं. तीन जिलों (महासमुंद, धमतरी और गरियाबंद) में विस्तारित महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जन जाति के लिए एवं सरायपाली विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. बाकी छह विधानसभा क्षेत्र (महासमुंद, खल्लारी, बसना, राजिम, कुरूद और धमतरी) सामान्य सीटें हैं.
ओबीसी वर्ग की है बहुलता
महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के जातिगत समीकरण की बात करें तो यहां 51% मतदाता अन्य पिछड़ा वर्ग के हैं, जिनमें साहू, कुर्मी, अघरिया, यादव और कोलता समाज की बहुलता है. अनुसूचित जनजाति लगभग 20%, अनुसूचित जाति लगभग 11% और अनारक्षित वर्ग के लगभग 12 % मतदाता हैं.
महासमुंद लोक सभा में दिग्गजों का रहा है कब्जा
1952 से अब तक कुल 19 चुनाव देख चुके महासमुंद लोकसभा सीट पर 12 बार कांग्रेस का कब्जा रहा है. कांग्रेस के कद्दावर नेता विद्याचरण शुक्ल सात बार महासमुंद से चुनाव जीतकर केंद्र में वरिष्ठ मंत्री रहे. अविभाजित मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे श्यामाचरण शुक्ल भी एक बार महासमुंद से चुनाव जीत चुके हैं. वहीं छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी 2004 के चुनाव में महासमुंद लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले कांग्रेस के अंतिम सांसद रहे. अजीत जोगी के बाद 2009, 2014 और 2019 में भाजपा ने महासमुंद लोकसभा से जीत दर्ज की.
भाजपा ने OBC महिला पर जताया भरोसा
महासमुंद लोकसभा क्षेत्र में साहू समाज की बहुलता के चलते भाजपा ने अब तक साहू प्रत्याशियों को ही मैदान में उतारा है. पिछले तीन चुनावों में साहू कार्ड खेलकर जीत हासिल की थी. इस चुनाव में भाजपा ने साहू कार्ड को पीछे छोड़ते हुए ओबीसी वर्ग की महिला प्रत्याशी पर भरोसा जताया है. भाजपा की पहली महिला प्रत्याशी रूपकुमारी चौधरी बनी हैं.
2013 में जीता था विधानसभा चुनाव
2013 में रूपकुमारी चौधरी बसना विधानसभा से चुनाव जीतने के बाद 2015 में छत्तीसगढ़ शासन में महिला एवं बाल विकास विभाग की संसदीय सचिव बनाई गई. सन् 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने रूपकुमारी का टिकट काट दिया था. महासमुंद जिले में संपन्न अघरिया समाज से आने वाली रूपकुमारी चौधरी सन् 2005 से चुनावी राजनीति में आने के बाद जिला पंचायत सदस्य से लेकर विभिन्न सहकारी एवं पार्टी के पदों का दायित्व संभाल चुकी हैं. 2019 से रूपकुमारी चौधरी महासमुंद जिला भाजपा अध्यक्ष का पद संभाल रही हैं.
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कांग्रेस के गढ़ में फिर भाजपा को परचम फहराने का विश्वास
महासमुंद लोकसभा के आठ विधानसभा क्षेत्रों में से चार विधानसभा क्षेत्रों ( सरायपाली, खल्लारी, धमतरी और बिन्द्रानवागढ़) में कांग्रेस का कब्जा है, वहीं चार विधानसभा क्षेत्रों (महासमुंद, बसना, राजिम और कुरूद) में भाजपा के विधायक हैं. महासमुंद लोकसभा के इन आठों विधानसभा में कांग्रेस को 9483 मतों की लीड विधानसभा चुनावों में मिली थी. रूपकुमारी चौधरी का विश्वास है कि मोदी की गारन्टी के चलते फिर महासमुंद लोकसभा में भारी मतों से भाजपा विजय हासिल करेगी.
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