विज्ञापन

छत्तीसगढ़ में बारिश से हाहाकार,बेमेतरा में हेलीपैड और पीजी कॉलेज पानी में डूबा, कांकेर में जन-जीवन प्रभावित

Chhattisgarh Heavy Rain: छत्तीसगढ़ में तेज बारिश से लोगों का जन-जीवन प्रभावित हो रहा. शनिवार को बेमेतरा, कांकेर और बीजापुर समेत कई जिलों में तेज बारिश हुई. कई जगह जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई.

छत्तीसगढ़ में बारिश से हाहाकार,बेमेतरा में हेलीपैड और पीजी कॉलेज पानी में डूबा, कांकेर में जन-जीवन प्रभावित
छत्तीसगढ़ में बारिश से हाहाकार, बेमेतरा में हेलीपैड और पीजी कॉलेज पानी में डूबा, कांकेर में जन-जीवन प्रभावित

CG News In Hindi: छत्तीसगढ़ में तेज बारिश से शनिवार को कई जिलों में हालात बिगड़े हुए दिखे. मिली जानकारी के अनुसार बेमेतरा, शक्ति और बीजापुर में कई जगह जलभराव की स्थिति बन गई. बेमेतरा जिला मुख्यालय के कोबिया वार्ड में हेलीपैड बनाया गया है अव वो पानी में डूब चुका है.

आने-जाने का रास्ता नहीं

 लगातार हो रही बरसात के चलते यह रोड पानी में डूब गई. हालत यह है कि हेलीपैड भी पानी में डूब गया. इतना ही नहीं पास में स्थित शासकीय पंडित जवाहरलाल नेहरू पीजी कॉलेज भी पानी में डूबा हुआ है. आने-जाने के लिए रास्ता नहीं है, इसको लेकर कॉलेज प्रबंधन की ओर से मुख्य गेट पर ताला लगा दिया गया. साथ ही आसपास के रह वासियों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि लोगों के घरों में पानी घुस गया है.

टापू बना बीजापुर

बीजापुर में लगातार हो रही बारिश से जिला टापू बन गया. पड़ोसी राज्य तेलंगाना, महाराष्ट्र और संभाग मुख्यालय जगदलपुर से जिले का संपर्क टूट गया. भोपालपटनम से महाराष्ट्र को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे 63 पर सोमनपल्ली के नजदीक भरा बारिश और बाढ़ का पानी. भोपालपटनम से तेलंगाना को जोड़ने वाली नेशनल हाईवे 163 रामपुरम के नजदीक चिंतावागू नदी के बाढ़ का पानी और इंद्रावती नदी के बैक वाटर से आवागमन बाधित है. जिला मुख्यालय को संभाग मुख्यालय से जोड़ने वाली नेशनल हाईवे 63 पर बाढ़ का पानी भरा है.

बारिश और बाढ़ से जनजीवन हुआ बुरी तरह प्रभावित है. दर्जनों गांवों का संपर्क भी ब्लॉक और जिला मुख्यालय से टूट गया. एक जून से अब तक 1237.1 MM बारिश दर्ज की गई.

यहां भरा पानी

कांकेर में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन प्रभावित कर दिया. जिले के सभी नदी नाले उफान पर हैं. वहीं, शहर के भीतर कई मकान और 52 दुकान जलमग्न हो गई. लोगों के घरों भीतर घुटने से भी अधिक पानी घुस गया. पानी लगातार बढ़ता जा रहा. पानी इसी तरह गिरता रहा तो आने वाले समय में लोगों को अपना मकान छोड़ना पड़ सकता है.शहर के गली मोहल्लों की सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं. मार्ग से लोगों का आना-जाना बंद हो गया. वहीं, सड़क के किनारे बने 52 दुकानों में पानी घुस चुका है.

ये भी पढ़ें- MP में अब बिना प्रिस्क्रिप्शन के केमिस्ट नहीं बेच सकेंगे गर्भपात की दवाइयां, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया आदेश

लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा

अब तक इन दुकानों में 3 बार पानी घुस चुका है. इससे दुकानदरों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा है. दुकानदारों में जलभराव को लेकर भारी आक्रोश देखा जा रहा. इतनी भयावह स्थिति के बावजूद भी प्रशासन व जनप्रतिनिधि इन्हें इस समस्या से निजाद दिलाने में कोई प्रयास करते नजर नहीं आ रहे.

ये भी पढ़ें- लापरवाही: अस्पताल में ऑक्सीजन नहीं मिलने से एक मरीज की मौत, परिजनों ने इनके ऊपर लगाया आरोप

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
NDTV Madhya Pradesh Chhattisgarh
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
Anti Naxal Operation: नक्सलियों के मंसूबे हुए नाकाम, सुरक्षा बल ने तीन बारूदी सुरंगों को ऐसे किया तबाह
छत्तीसगढ़ में बारिश से हाहाकार,बेमेतरा में हेलीपैड और पीजी कॉलेज पानी में डूबा, कांकेर में जन-जीवन प्रभावित
Officials are not ready to listen to the problems of Bharatpur villagers are forced to drink dirty rainwater
Next Article
Chhattisgarh: परेशानी सुनने को तैयार नहीं अधिकारी, बरसात का गंदा पानी पीने को मजबूर ग्रामीण
Close