
Chhattisgarh Budget 2024: छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता संग्रहण का काम शुरू होने वाला है. इसके पहले छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के तेंदूपत्ता संग्राहकों को एक बड़ी सौगात दी है. 5 साल से बंद पड़ी चरण पादुका योजना को फिर से शुरू किया जाएगी. बता दें कि शुक्रवार को विष्णु सरकार का पहला बजट पेश हुआ. जिसमें तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों को चरण पादुका देने के लिए 35 करोड़ खर्च करने की घोषणा की गई. इस योजना के दोबारा शुरू होने के बाद प्रदेश के 14 लाख परिवारों को इसका लाभ मिलेगा.
बंद कर दी गई थी योजना
बता दें कि छत्तीसगढ़ में पूर्व की रमन सरकार ने तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों के लिए चरण पादुका योजना शुरू की थी. इसके तहत तेंदूपत्ता संग्रहण करने वाले ग्रामीणों को चरण पादुका दी जाती थी. लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद इस योजना को बंद कर दिया गया था. ऐसे में पिछले 5 सालों से तेंदूपत्ता संग्राहकों को चरण पादुका बंटती ही नहीं थी. इस योजना को दोबारा शुरू करने की मांग कई बार ग्रामीणों ने की थी. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. लेकिन अब जब प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बनी तो इस योजना को फिर से शुरू करने का न केवल फैसला लिया बल्कि इस बार बजट में इसे शामिल भी कर लिया गया. इसके बजट में शामिल होते ही तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों में ख़ुशी का माहौल है.
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बूटा कटाई के साथ शुरू होगा काम
अब जल्द ही तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए छत्तीसगढ़ में काम शुरू होने वाला है. यहां के सरगुजा, बस्तर, जशपुर सहित अन्य क्षेत्रों में तेंदूपत्ता की पैदावार सबसे ज्यादा होती है. अब इसके लिए बूटा कटाई का काम शुरू होने वाला है. इसके बाद तेंदूपत्ता की पैदावार होगी. मार्च अंत तक इसके संग्रहण का भी काम शुरू हो जाएगा. इसका संग्रहण करने के वक़्त कई ग्रामीणों के पैरों में चप्पलें नहीं होने के कारण चोट लगने की संभावना बनी होती है. ऐसे में रमन सरकार ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को चरण पादुका देने की योजना बनाई थी. इसका अच्छा फायदा भी संग्राहकों को मिल रहा था. लेकिन इस योजना को कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बंद कर दिया गया था.
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