
Chhattisgarh News: अंबिकापुर के थाना जयनगर इलाके के एक ट्रक व्यवसायी के साथ धोखाधड़ी का एक बहुत ही गंभीर मामला सामने आया है. दरअसल, थाना जयनगर इलाके के रहने वाले एक वाहन मालिक ने अपने सात ट्रकों को एग्रीमेंट कर रायपुर (Raipur) के एक कांट्रेक्टर को दिया था. लेकिन, वाहन मालिक का आरोप है कि ट्रक किराए पर लेने के बाद कांट्रेक्टर ने न तो पैसे दिए और न ही ट्रक ही वापस कर रहा है.
पीड़ित ट्रक व्यवसायी का आरोप है कि वाहन चलवाने के लिए लगभग दो से ढाई वर्ष पहले रायपुर ले जाया गया. लेकिन, इस दौरान न तो एग्रीमेंट के मुताबिक निर्धारित किराया दिया गया. इसके साथ ही वाहनों को भी गायब कर दिया गया है. बार-बार तगादा और निवेदन करने के बाद किराया नहीं देने और न ही वाहन वापस लौटाने से परेशान होकर माहन मालिक ने अब इसकी शिकायत सरगुजा आईजी से की है. उन्होंने अपने आवेदन में करीब दो करोड़ से ज्यादा रुपये की बकाया दिलाने के साथ ही वाहन लौटवाने का भी आग्रह किया है. आईजी से शिकायत के बाद जयनगर पुलिस ने पीड़ित के आवेदन के आधार पर जांच शुरू कर दी है.

ऐसे फंस गए जाल में
पीड़ित ने आवेदन में जो कहानी बताई है, उसके मुताबिक ग्राम पंचायत जयनगर निवासी राम प्रवेश सिंह के पुत्र गौतम सिंह की गाड़ियां 2021 में कोविड के दौरान घर पर खड़ी थी. इस दौरान किस्त अदा करना भी मुश्किल हो रहा था. इसी वक्त रायपुर निवासी सलीम कुरैशी के पुत्र वारिस कुरेशी उर्फ सानू, रफीक कुरैशी एवं आफताब कुरेशी से बिलासपुर से 14 चक्का ट्रकों को किराए पर लेने के लिए सौदा तय हुआ. उस समय उन लोगों ने कोयला, कबाड़ और सीमेंट परिवहन के लिए सातों ट्रक किराए पर लेने की बात कही थी.
किराया मांगने पर शुरू हुआ धमकाने का सिलसिला
एग्रीमेंट के बाद जब वाहन मालिक ने समय पर तय राशि की मांग की, तो रुपये देने के बजाय वाहन मालिक को कांट्रेक्टर ने कथित तौर पर धमकाना शुरू कर दिया. उसी दौरान यह भी जानकारी मिली कि उसकी पत्नी के नाम से जो सीजी 15 डीसी 6635 ट्रक था. इसको गौ तस्करी के मामले में बीजापुर पुलिस ने पकड़ लिया. इसकी जानकारी मिलने पर वाहन मालिक ने उस ट्रक को न्यायालय से छुड़ाया. इसके बाद जब वह ट्रक वापस लाने लगे, तो कांट्रेक्टर धमकी देते हुए इस ट्रक को फिर से ले गया.
पुलिस में नहीं हुई सुनवाई
इस घटना के बाद मामले की शिकायत वाहन मालिक ने रायपुर के सिलतरा में की, लेकिन वहां उनकी शिकायत दर्ज नहीं हो सकी. वहीं, वाहन मालिक का आरोप है कि 23 जुलाई 2023 को जब वह किराए की रकम या ट्रक वापस लेने रायपुर स्थित कांट्रेक्टर के घर गया, तो वहां भी दुर्व्यवहार करने के साथ ही धमकी देकर उन्हें भगा दिया गया.
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वाहन मालिक आत्महत्या के लिए विवश
इस पूरे मामले से दुखी वाहन मालिक का कहना है कि उसकी स्थिति ऐसी हो गई, जैसे कुछ बचा ही न हो. इससे आहत होकर उन्होंने ट्रेन के सामने आत्महत्या की कोशिश भी की थी, लेकिन परिवार के भविष्य को याद कर सहम गए और अपने इरादे को टाल दिया. उनकी परेशानी ये है कि न तो ट्रक वापस मिल रहा, और न ही किराए की करीब दो करोड़ राशि का भुगतान ही किया जा रहा है. वाहन मालिक का आरोप है कि ट्रैकों को भी गायब कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि ट्रकों के गायब होने की सूचना के बाद उन्होंने इसकी शिकायत सरगुजा आईजी, सूरजपुर पुलिस अधीक्षक और जयनगर पुलिस से की है.
पुलिस ने शुरू की जांच
वाहन मालिक की शिकायत के बाद जयनगर थाना प्रभारी सरफराज फिरदौसी ने NDTV को बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को मामले से अवगत कराया गया है. जहां से इस मामले की बारीकी से जांच करने के निर्देश मिले हैं. उन्होंने कहा कि अभी जांच जारी है. जांच के आधार पर पीड़ित को न्याय दिलाने की हर संभव कोशिश की जाएगी.
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