
Assemblyelection2023 : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Election 2023) की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे चुनावी वार-पलटवार भी तेज होते जा रहे हैं. कर्नाटक चुनाव (Karnatak Election) की तरह ही मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस (Congress) भगवान हनुमान (Lord Hanuman) का सहारा ले रही है. 30 अक्टूबर को खंडवा में कांग्रेस की नामांकन रैली में कांग्रेस प्रत्याशी ने राम दरबार की झांकी सजाकर अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की, इसी बीच महाराष्ट्र से आए पर्यवेक्षक ने मंच से नारा लगाये, नारे लगाते समय उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने सियावर रामचंद्र की जय कहने की जगह सियापति हनुमान की जय बोल दिया. इस बात को अब भाजपा (BJP) ने मुद्दा बना लिया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने पहले तो कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस को घेरने की कोशिश की, उसके बाद अब बीजेपी के विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ने खंडवा के कोतवाली थाने में मुंबई से आए कांग्रेस पर्यवेक्षक के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया.
बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष का कहना है कि कांग्रेस सनातन को नुकसान पहुंचाने का काम कर रही है. इसी सिलसिले में 30 तारीख को कांग्रेस की नामांकन रैली में कांग्रेस नेता ने सनातन धर्म को बदनाम करने की नीयत से यह नारे लगवाए. जिससे हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है. इस मामले में धार्मिक भावनाओं को भड़काने का मामला दर्ज कर लिया है.
राम नाम के सहारे हैं पार्टियां
इस बार के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी और कांग्रेस जनता के बीच भगवान राम के नाम पर वोट मांगने जा रही हैं. ऐसे में कांग्रेस के एक कार्यक्रम में भगवान राम की झांकी बनाई गई. जिसमें राम दरबार प्रस्तुत किया गया. जब भगवान राम और माता सीता के साथ लक्ष्मण की एंट्री हो रही थी, उस वक्त कांग्रेस नेता मंच से नारा लगाकर लोगों में जोश भर रहे थे. इसी बीच उनकी जुबान फिसली और सियापति रामचंद्र की जगह सियापति हनुमान की जय का नारा लग गया. बस यहीं से बीजेपी को मुद्दा मिल गया. वहीं बीजेपी के सोशल मीडिया विभाग ने इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस जानबूझकर इस तरह की हरकत करती है. उन्होंने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की बात भी कही थी.
देवेंद्र यादव का कहना था कि, 30 अक्टूबर को कांग्रेस की नामांकन रैली में कांग्रेस के पर्यवेक्षक ने एक नारा लगवाया. जिसमें सनातन को गाली देते हुए भगवान हनुमान को माता सीता का पति बताने का जयकारा लगाया गया, जो अपने आप में आपत्तिजनक था. हम देख रहे हैं कि, कई दिनों से एक परंपरा से चल पड़ी है, कांग्रेस पार्टी में सनातन को किसी भी प्रकार से अपमानित करने की. पूरे भारत में इस तरह के कृत्य किये जा रहे हैं. इसी सिलसिले में खंडवा में मुंबई से आए पर्यवेक्षक ने मंच से सियापति हनुमान का जो जयकारा लगाया है वह बेहद ही अपमानजनक और आपत्तिजनक है. देवेंद्र यादव ने कहा कि तीन दिन के बाद भी ना तो उनकी और से कोई खेद व्यक्त किया गया और ना ही माफी मांगी गई. जिससे स्पष्ट होता है कि उनके द्वारा जान-बूझ कर इस तरह का काम किया गया है. क्योंकि वह जानते हैं कि खंडवा एक संवेदनशील क्षेत्र है, उपचुनाव में उन्हें वर्ग विशेष से कोई लाभ मिले, इसलिए उन्होंने ऐसा काम किया है.
कांग्रेस पर्यवेक्षक ने क्या कहा?
इधर महाराष्ट्र से आये कांग्रेस पर्यवेक्षक और खंडवा प्रभारी मनोज तिवारी ने कहा कि बीजेपी मुद्दों से भटकाने के लिए इस तरह के मामलों को उठती है. वह अपना एजेंडा चलाने के लिए प्रभु श्री राम का उपयोग करती है. उन्होंने कहा कि, आज की तारीख में मध्य प्रदेश में सैकड़ो घोटाले हैं जो मामा ( शिवराज सिंह ) ने किए हैं. उन घोटालों पर लोग यहां सवाल पूछ रहे हैं.
वे आगे कहते हैं कि अब प्रभु राम चंद्र जी की छवि हमारे इसमें आ गयी, तो उनको ऐसा लग रहा है कि राम चंद्र जी को कांग्रेस ने क्यों हथिया लिया. उन्होंने यह भी कहा कि उनसे गलती हुई है और उन्होंने उसके लिए प्रभु से माफी भी मांग ली है. वहीं इस मामले में शिकायत मिलने के बाद खंडवा के कोतवाली थाने में कांग्रेस पर्यवेक्षक प्रमोद तिवारी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.
यह भी पढ़ें : MP Election : विधानसभा चुनाव को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने BJP पर लगाए आरोप, EVM में हेरा-फेरी की जताई आशंका