
ऐसा लगता है कि मध्यप्रदेश में इस बार दोनों प्रमुख पार्टियां धर्म के नाव पर सवार होकर चुनावी वैतरणी पार करना चाहते हैं. तभी तो एक तरफ शिवराज सरकार ने प्रदेश में 14 मंदिर कॉरिडोर बनाने का ऐलान कर चुकी है तो दूसरी तरफ कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए कथा वाचकों के आसरे नजर आ रही है. पिछले दिनों खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन में कहा था- मैं बाबा महाकाल के चरणों में प्रणाम करता हूं. यहां महाकाल लोक बन गया अब आगर में भी बाबा बैजनाथ लोक बन जाएगा.
दरअसल द्वादश ज्योर्तिलिंगों में से एक उज्जैन में बाबा महाकाल लोक से शुरु हुआ ये सफर आगर-मालवा में बाबा बैजनाथ लोक तक जारी है. पहले जान लेते हैं कि मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार कहां-कहां कौन-कौन से लोक बना रही है और उनपर कितना खर्च आ रहा है.

बीजेपी कॉरिडोर का ऐलान कर रही हैं तो वहीं राज्य में 89 विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां पंडोखर सरकार, बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री और कुबेरेश्वर धाम के कथावाचक प्रदीप शास्त्री का प्रभाव दिख है. इसी के मद्देनजर शिवराज सरकार के कई मंत्री अपने-अपने क्षेत्र में कथा का आयोजन करा चुके हैं. एक अनुमान के मुताबिक 6 महीने में 500 से ज्यादा धार्मिक कथा का आयोजन हो चुका है. अगर आप ये समझ रहे हैं कि इस तरह के आयोजन सिर्फ बीजेपी करा रही है तो आप गलत है. कांग्रेस नेता भी इसमें पीछे नहीं हैं. मसलन- पीसीसी चीफ कमलनाथ के गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा में पंडित धीरेंद्र शास्त्री अगस्त के महीने में 4 दिन की कथा करेंगे. इसके अलावा सितम्बर में प्रदीप मिश्रा की कथा भी छिंदवाड़ा में होगी .
कांग्रेस ने 2 साल पहले धर्म और उत्सव प्रकोष्ठ बनाया जिसकी अध्यक्ष कथावाचक ऋचा गोस्वामी पार्टी के लिये 30 से ज्यादा बड़े धार्मिक आयोजन करवा चुकी हैं.
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ऋचा गोस्वामी
इसके अलावा पार्टी 230 विधानसभा क्षेत्रों में धर्म रक्षा यात्रा भी निकाल रही है. जिसके तहत पार्टी का कार्यक्रम हर जिले में कथा और धर्म संवाद के आयोजन का है. पार्टी 230 विधानसभाओं में 108 सुंदरकांड के पाठ आयोजित कर रही है. कांग्रेस ने बीजेपी को और घेरने के लिये नर्मदासेना बनाने का भी ऐलान कर दिया है. उन्होने पिछले दिनों कहा था कि हम जो नर्मदा सेना बना रहे हैं वो गैर राजनीतिक है. प्रदेश के 28 इलाकों में जहां से नर्मदा नदी गुजरती है वहां हम इसके सदस्य बनाएंगे. कमलनाथ ने बकायदा शिवराज को भी इसका सदस्य बनने को कहा था. कांग्रेस के ऐसे अभियानों पर बीजेपी की ओर से नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया.
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नरोत्तम मिश्रा
दरअसल मध्यप्रदेश में 90 फीसदी से ज्यादा हिन्दू आबादी है. राज्य में 40 लाख ब्राह्मण वोटर हैं, जो कुल मतदाताओं का 10 फीसद है. विधानसभा की 230 में 60 सीटों पर ये निर्णायक भूमिका में होते हैं. ऐसे में राज्य में कांग्रेस का भी केसरिया होना मजबूरी है.