भोपाल : मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने हाल ही में जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की है. पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित नहीं किया गया जिसके बाद उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए ट्वीट किए जिसमें उन्होंने बीजेपी नेतृत्व पर निशाना साधा. NDTV-MPCG ने उमा भारती से उनके हालिया बयानों को लेकर खास बातचीत की जिसमें उन्होंने कई विषयों को लेकर बेबाकी से जवाब दिया. उमा भारती ने कई विषयों को लेकर अपनी ही सरकार को घेरा.
जन आशीर्वाद यात्रा में ना बुलाए जाने के सवाल पर उमा भारती ने कहा, 'मेरे लिए बीजेपी सर्वोपरि है. मैं वैभव की आकांक्षा से बीजेपी में नहीं आयी हूं. मुझे जीवन में किसी चीज की कमी नहीं थी इसलिए मैं जब आ गई हूं तो मुझे इसका ध्यान रखना पड़ता है कि मैं अपने वजूद को बनाए रखूं जिससे कि मैं अपने लोगों के काम आ सकूं. मैं जिंदगी में बहुत खुश रहने वाले इंसानों में से हूं. ऐसे हालात हो गए हैं, जो नेता यहीं बैठे थे, केंद्र और राज्य के, मेरे पास वे कहना भूल गए कि आप भी यात्रा में आ जाइएगा. यात्रा में मुझे आना नहीं था, यात्रा का प्रारंभ तो राष्ट्रीय अध्यक्ष कर रहे हैं. बाकी नेता मंच पर डायस प्लान पर थे. अगर उनका डायस प्लान मेरे आने से बिगड़ रहा था तो कान में कह देते कि दीदी हम आपको बुला रहे हैं पर आना नहीं. मैं कह देती कि मैं नहीं आऊंगी, चिंता मत करो लेकिन इससे जमीनी कार्यकर्ता को लगता है कि उनका ध्यान नहीं रखा जा रहा है.'
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'मैंने बीजेपी के अलावा कहीं राजनीति नहीं की'
उमा भारती ने कहा, 'लाखों कार्यकर्ता प्रदेश में हैं जो जमीनी कार्यकर्ता हैं. उनको यह नहीं लगना चाहिए कि हमारा कोई स्थान नहीं है नहीं तो आगामी समय में बहुत मुश्किलें आएंगी.' उमा भारती ने अपने बयान को लेकर कहा कि मैंने भाजपा के अलावा कभी राजनीति नहीं की. मैं इतने गहरे में समा गई हूं और लोग मेरे अंदर समा गए हैं, उत्तर प्रदेश मध्यप्रदेश दो राज्यों में कि हमारी आत्मीयता बहुत ज्यादा है. कार्यकर्ताओं के साथ इन सब के कारण जब तक कि बहुत बड़ा नेता ना आजाये नहीं तो उनको धक्के खाने पड़ते हैं.
सिंधिया के सवाल पर क्या बोलीं उमा भारती?
सिंधिया को लेकर उमा भारती ने कहा कि मैंने दूसरे दिन से यह बात बोली है. मैंने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया आए, उनकी वजह से हमारी सरकार बनी. ज्योतिरादित्य के आने से मुझे बहुत खुशी हुई है. मैं तो सोचती थी कि कांग्रेस में क्यों थे? मुझे दुख होता था लेकिन हां ये तो ध्यान रखना पड़ता है कि वह मंत्री थे इसलिए मंच पर मौजूद थे. यह ध्यान रखना पड़ेगा कि वह 22 विधायक लाये थे, लेकिन 2003 में मैं 173 लाई थी. मुझे पार्टी से निकाल दिया, 2008 में सीटें काम हो गईं. मैं वापस लौटी तो 165 पर आ गई. जो व्यक्ति आप की सीटों का इजाफा करने में इतनी बड़ी हैसियत रखता हो, उसको आपने जूठे मुंह भी नहीं बोला वह ठीक नहीं है.
'भाजपा में कोई गुट नहीं होता'
सिंधिया के लोगों का बीजेपी छोड़ कर जाने को लेकर उमा भारती ने कहा, 'सिंधिया के समर्थक छोड़ के भले ही चले जाएं लेकिन भाजपा के समर्थक नहीं जा रहे हैं और भाजपा ही है जिसने सिंधिया के उम्मीदवारों को जिता दिया था. भाजपा कार्यकर्ता समर्थन और निष्ठा के साथ काम करता है. सिंधिया अब BJP के हो गए हैं. सिंधिया समर्थक नाम की कोई चीज़ नहीं है. अगर ऐसी कोई चीज है तो सिंधिया को खत्म कर देनी चाहिए. अपना अलग से गुट किसी का नहीं होना चाहिए, भाजपा में कोई गुट नहीं होता है.
जन आशीर्वाद यात्रा में आगे शामिल होने के सवाल पर उमा भारती ने कहा,
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'VIP कल्चर खत्म को खत्म करने की मांग'
उमा भारती ने कहा, 'VIP कल्चर खत्म होना चाहिए. यह पीएम मोदी भी पसंद नहीं करते हैं. बीजेपी नेता और कार्यकर्ता की पहचान है त्याग, तपस्या, प्रतिष्ठा और बलिदान. ये 5 स्टार होटल में नहीं होगा, पार्टी कार्यालय से होगा, कार्यकर्ता की वजह से होगा. मेरा लक्ष्य है कि शिक्षा और स्वास्थ्य की सरकार. मैं ज्यादा इसलिए नहीं बोली क्योंकि चुनाव का समय है, मेरी बात का ज्यादा मोल नहीं होता. माना जाता कि लगता है मैं चुनाव के समय में ज्यादा तंग करने के लिए ऐसा बोलती हूं. कांग्रेस को उमा भारती ने नसीहत देते हुए कहा, 'खबरदार जो मेरा नाम लिया या मेरे बारे में बोला. अपना घर संभालो, किसी काम के नहीं बचे हो तुम लोग.' विपक्षी गठबंधन 'INDIA' को लेकर उन्होंने कहा कि इनका कोई वजूद नहीं है, ये कुछ नहीं कर पाएंगे. पीएम मोदी का कोई मुकाबला नहीं है.